देश में अब भी एसिड अटैक थमने का नाम नहीं ले रहा, जहा सरकार ने एसिड खरीदी पर सख्त नियम बनाए थे उसके बावजूद लगातार ऐसी घटनाए सुनने को आ रही है।
ताजा मामला हरिद्वार का है जहा सिडकुल निवासी एमकॉम की छात्रा पर बाइक सवार युवकों ने तेजाब फेंक दिया था। छात्रा जिला अस्पताल में भर्ती है। पीडि़ता ने बयान में रंजिश के चलते सुधीर व विपिन पर तेजाब फेंकने का आरोप लगाया है। मामले में पुलिस ने सुधीर व विपिन निवासीगण टिहरी विस्थापित कॉलोनी के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों को हिरासत में लिया था। दोनों ने आरोपों से इन्कार किया था।
सीएम ने दिए थे रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश
यह मामला सीएम के समक्ष भी उठा, जिस पर सीएम ने अधिकारियों से प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए थे। इसके बाद हरकत में आए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत वन स्टॉप सेंटर की राज्य परियोजना अधिकारी आरती बलोदी ने हरिद्वार वन स्टॉप सेंटर से रिपोर्ट मांगी है। इस पर बुधवार को वन स्टॉप सेंटर प्रभारी दुर्गा व निर्भया सेल से विधि अधिवक्ता ईरीना चंद ने जिला अस्पताल पहुंचकर पीडि़ता व परिजनों के बयान दर्ज किए हैं। प्रभारी वन स्टॉप सेंटर प्रभारी दुर्गा ने बताया कि उनके स्तर से प्रकरण की जांच की जा रही है। तेजाब फेंकने की घटना होने पर मुआवजे का प्रावधान है। इस बावत राज्य विधिक परिषद को रिपोर्ट भेजी गई है।
सोचने वाली बात ये है कि सरकार के द्वारा एसिड ब्रिकी पर सख्त कानून बनने के बाद भी आखिर एसिड आ कहा से रहा है।