ऋषि कपूर का निधन पूरे देश को स्तब्ध कर गया है। ऋषि कपूर न सिर्फ एक दिग्गज कलाकार थे बल्कि हर दिल अजीज व्यक्तित्व भी थे। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने के साथ ही मीडिया से भी दिल खोलकर मिला करते थे। हर बात को बेबाकी से रखना उन्हें बखूबी आता था।
यूं तो ऋषि कपूर से जुड़े अनेक किस्से हैं जिसे खुद वो और बॉलीवुड में उनके साथी अक्सर सुनाया करते थे।
इन्हीं में से एक किस्सा है ऋषि कपूर की पहली फिल्म का जब वो रुपहले पर्दे पर नजर आए थे।
ये फिल्म थी ‘श्री 420’। दरअसल इस फिल्म को ऋषि कपूर के पिता राज कपूर बना रहे थे। राज कपूर इसमें बतौर अभिनेता भी काम रहे थे। राज कपूर के साथ इस फिल्म में नरगिस अभिनेत्री के तौर पर काम कर रहीं थीं। इस फिल्म का एक हिट गाना है कि ‘प्यार हुआ, इकरार हुआ…’। इस गाने में एक जगह स्क्रीन पर तीन बच्चे सड़क के किनारे से गुजरते हुए दिखते हैं। इन तीन बच्चों में से एक ऋषि कपूर भी थे। इसे ही ऋषि कपूर का पहला स्क्रीन अपियरेंस माना जाता है। ऋषि कपूर ने इस सीन को लेकर अपना अनुभव साझा करते हुए इंटरव्यू में बताया था कि वो अपने पिता के फिल्मों के सेट्स पर अक्सर मौजूद रहते थे। श्री 420 फिल्म के सेट पर भी वो मौजूद थे। इसी दौरान अभिनेत्री नरगिस ने उन्हें ये सीन करने के लिए कहा और इसके लिए उन्हें चॉकलेट्स भी दीं। इसके बाद वो ‘मेरा नाम जोकर’ फिल्म में भी बाल कलाकार के तौर पर नजर आए।

ऋषि कपूर एक दिग्गज अभिनेता थे और अपने जीवन के आखिरी समय तक अपने अभिनय की छाप अपने चाहने वालों पर छोड़ते रहे।
Bobby
बतौर मुख्य अभिनेता ऋषि कपूर की पहली फिल्म ‘बॉबी’ थी। ये फिल्म 1973 में आई। इस फिल्म का निर्माण ऋषि कपूर के पिता राज कपूर ने किया था। दो नौजवानों की लव स्टोरी के प्लाट पर बनी ये फिल्म हिंदी फिल्म जगत की सबसे बड़ी हिट फिल्मों की लिस्ट में शुमार है। इस फिल्म में डिंपल कपाड़िया ने टाइटल रोल किया था और ये उनकी भी पहली फिल्म थी। उस समय डिंपल कपाड़िया की उम्र महज 16 साल की थी। इस फिल्म के निर्माण को लेकर कई बातें कही जाती हैं। कई लोग कहते हैं कि ये फिल्म ऋषि कपूर को लॉंच करन के लिए राज कपूर ने बनाई थी लेकिन खुद ऋषि कपूर ने एक बार जिक्र किया था उनके पिता राज कपूर की आर्थिक स्थिती खराब हो गई थी। उन्हें लोगों के कर्ज चुकाने थे। खराब आर्थिक स्थिती के चलते इस फिल्म में राजेश खन्ना को नहीं लिया जा सका और वो रोल ऋषि कपूर को मिल गया।
Karz
1980 में आई ये एक सुपर डुपर हिट फिल्म थी। सुभाष घई की इस फिल्म में ऋषि कपूर के अभिनय की खासी तारीफ हुई। इस फिल्म को लोगों ने खूब सराहा। बॉक्स ऑफिस पर सफलता के साथ ही इस फिल्म को आलोचकों ने भी सराहा। इस फिल्म के लिए सिमी ग्रेवाल को फिल्मेफेयर नॉमिनेशन मिला था।
Prem Rog
1982 में आई इस फिल्म को भी राज कपूर ने निर्देशित किया था। इस फिल्म ने भारतीय फिल्म जगत में एक नया मुकाम हासिल किया। राज कपूर ने भारतीय समाज में विधवाओं की स्थिती और ऊंच नीच की कुरीति पर गहरा आघात किया था। इस फिल्म के कई गानों लोग आज भी गुनगुनाते हैं। इस फिल्म को कई फिल्मफेयर अवार्ड मिले। ऋषि कपूर को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर के लिए नॉमिनेट किया गया था।
Chandani
यूं तो इस फिल्म में श्री देवी ने टाइटल रोल निभाया था लेकिन स्क्रीन पर ऋषि कपूर की तारीफ भी कम नहीं हुई थी। यश राज बैनर के तले 1989 में आई ये फिल्म कई माएनों में अलग थी। इस फिल्म में विनोद खन्ना ने भी किरदार निभाया था।
Deewana
1993 में आई ये फिल्म ऋषि कपूर की स्क्रीन पर अपनी अदाकारी से बने रहने की चुनौती थी। अपने से उम्र में छोटे अभिनेता शाहरुख खान और दिव्या भारती के साथ इस फिल्म में ऋषि कपूर की दमदार मौजूदगी सभी ने नोटिस की।
Mulk
एक अभिनेता उम्र से जरूर बूढ़ा हो सकता है लेकिन उसका अभिनय कभी बूढ़ा नहीं होता। ये बात ऋषि कपूर ने 2018 में आई इस फिल्म से साबित की। अनुभव सिन्हा की इस फिल्म में एक मुस्लिम परिवार के मुखिया का रोल अदा किया। मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था पर बनी ये फिल्म खासी चर्चाओं में रही।