किंग्सवे कैंप स्थित महर्षि वाल्मीकि अस्पताल के अनुसार पहले एक व्यक्ति को कई जख्मों के साथ अस्पताल में लाया गया. उसका इलाज किया जा रहा था. इसके कुछ देर बाद ही यौन उत्पीडऩ की शिकार बच्ची को यहां लाया गया. प्रोटोकॉल के मुताबिक उसकी जांच के लिए हम जो कर सकते थे, हमने किया और इसके बाद उसे प्रसूति गृह भेज दिया गया. हालांकि पीडि़त बच्ची की मेडिकल जांच के लिए कुछ और टेस्ट की जरूरत थी, लेकिन हमारे अस्पताल की आपात सेवा बंद हो गई थी.
इसलिए मरीज को डॉ. बीएसए अस्पताल रेफर किया, जो यहां से 8-10 किलोमीटर की दूरी पर है. इतना सुनते ही भीड़ भड़क गई और अस्पताल की चीजें तोडऩे लगी. अस्पताल की ओर से कहा गया कि भीड़ के डर के चलते अस्पतालकर्मी भी भागने लगे. इस दौरान लोगों ने अस्पताल में मारपीट भी की.एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को एक शख्स को बच्ची के कथित यौन उत्पीडऩ करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है.