कलियर थाने में तैनात उप निरीक्षक ममता गोला के खिलाफ रिश्वत मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी के आदेश पर सिडकुल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नीरज सिंघल निवासी 395 निरंजनी बाग कॉलोनी मायापुर हरिद्वार ने इस मामले में शिकायत की थी। नवीन ने शिकायती पत्र में बताया था कि ममता रुड़की कोतवाली में दर्ज एक मुकदमे की विवेचना कर रही थी। आरोप है कि मामले में एक नाम हटाने की एवज में ममता ने 30 हजार रुपये मांगे थे।
फोन पर की दरोगा की रिकोर्डिंग
इस संबंध में ममता से फोन पर हुई बातचीत को नीरज ने रिकार्ड कर लिया था। एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी ममता बोहरा को सौंपी थी। ममता बोहरा ने जांच रिपोर्ट सितंबर माह में एसएसपी को सौंपी दी थी। जांच में एसपी सिटी ने रिकार्डिंग एवं कुछ अन्य तथ्यों के आधार पर आरोप को सही पाया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि वर्तमान में उप निरीक्षक ममता कलियर थाने में तैनात हैं। मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच सीओ मनोज कत्याल को सौंपी गई है।
आपको बता दें वर्ष 2017 जनवरी में रुड़की निवासी मोनिका सिंह ने सिविल लाइंस कोतवाली में ससुर रविंद्र सिंघल, देवर नीरज सिंघल आदि के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर संपत्ति हड़पने, षड्यंत्र रचने के आरोप में केस दर्ज कराया था। मोनिका ने बताया था कि कुछ समय पहले उसके पति का देहांत हो गया था। उनकी संपत्ति ज्वालापुर व पथरी में है। संपत्ति के फर्जी दस्तावेज तैयार किये गये थे। मुकदमे की विवेचना दारोगा ममता को मिली थी। आरोप है कि ममता ने नीरज से रुपये की मांग की थी। अगस्त 2017 में शिकायत पर एसएसपी कृष्णकुमार वीके ने ममता को निलंबित कर दिया था।