हरिद्वार: हरिद्वार में पिछले दिनों मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। मामले की फाॅरेंसिंक जांच रिपोर्ट आग गई है। रिपोर्ट में मुख्य आरोपी रामतीरथ की दरिंदगी की पुष्टि फॉरेंसिक जांच में भी पुष्टि हो गई है। डीएनए सैंपलिंग में पुष्टि हुई है कि दुष्कर्म रामतीरथ ने ही किया था। दूसरे आरोपी राजीव का डीएनए मिलान नहीं हुआ है।
दिसंबर में 11 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया था। घर से पतंग लेने निकली बच्ची लापता हो गई थी। उसका शव बरामद हुआ। पुलिस ने मामले की जांच की और उसी रात को रामतीरथ को गिरफ्तार कर लिया था। जांच में पता चला कि बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था। बच्ची और मुख्य आरोपी के कपड़ों पर भी खून के धब्बे मिले थे।
बच्ची के हाथ बांधकर दुष्कर्म किया गया था। इसके बाद बच्ची को कपड़ों की रैक में डमी बनाकर बैठा दिया गया था। बच्ची ने रस्सी से बंधे होने के बावजूद स्वयं को छुड़ाने के लिए काफी देर तक संघर्ष किया था। इस मामले में रामतीरथ के मामा राजीव का भी नाम सामने आया था, लेकिन वह भाग निकला।
उस पर शासन ने एक लाख रुपये का इनाम रखा। कुछ दिनों बाद उसे पकड़ लिया गया। एफएसएल ने पुलिस को यह रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें रामतीरथ के अंडर गारमेंट्स पर मिला खून मासूम बच्ची का ही पाया गया। डीएनए प्रोफाइलिंग में राजीव का डीएनए मैच नहीं हुआ। अब पुलिस इस एंगल से जांच कर रही है।