देहरादून : सीएम हेल्पलाइन के बेहतर संचालन के लिए अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी अधिकारीयों को जरुरी आदेश दिए साथ ही मंडल आयुक्तों और जिला अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन का एडमिनिस्ट्रेटर बनाया.
23 फरवरी को की थी सीएम हेल्पलाइन की शुरुआत
गौर हो की मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुड गवर्नेंस के तहत जनता के साथ सीधा संवाद और जन समस्याओं के निस्तारण के लिए सीएम हेल्पलाइन 1905 का 23 फरवरी 2019 को उद्घाटन किया गया था और साथ ही वेबसाइट (cmhelpline.uk.gov.in) का भी उद्घाटन किया था जिसमे जनता अपनी समस्याओं को लिखकर सरकार तक पहुंचा सकती है.
कई लोगों की समस्याओं का हुआ समाधान
वहीं उद्घाटन के कुछ समय बाद ही सीएम हेल्पलाइन 1905 जनता के बीच काफी लोकप्रिय हो गयी और सीएम हेल्पलाइन में हजारों लोगों की समस्याओं का समाधान भी किया गया. सीएम हेल्पलाइन के बेहतर संचालन के लिए अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आयुक्त कुमायूं एवं गढ़वाल मंडल, समस्त निदेशक, विभागाध्यक्ष, आयुक्त, समस्त जिला अधिकारियों को महत्वपूर्ण आदेश दिए.
जिले में मॉनिटिरिंग और एडमिनिस्ट्रेशन बनाया गया
आयुक्त कुमाऊं मंडल एवं आयुक्त गढ़वाल मंडल को अपने मंडल में और सभी जिला अधिकारियों को अपने जिले में मॉनिटिरिंग और एडमिनिस्ट्रेशन बनाया गया है. उक्त के क्रम में आयुक्त कुमाऊं मंडल और आयुक्त गढ़वाल मंडल को अपने मंडलों के सभी जिलों में सीएम हेल्पलाइन के अंतर्गत सभी विभागों की मॉनिटिरिंग और एडमिनिस्ट्रेशन के आदेश दिए हैं
सभी विभागों को दिए गए आदेश
प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों को भी अपने जिलों में सीएम हेल्पलाइन के अंतर्गत सभी विभागों की मॉनिटिरिंग और एडमिनिस्ट्रेशन के आदेश दिए हैं. सभी मंडल आयुक्त और जिला अधिकारियों से अपेक्षा है की गई है कि उपरोक्त शासनादेश के अनुपालन में प्रतिदिन अपने कार्यालय से दी गई यूजर आईडी से सीएम हेल्पलाइन को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रत्येक कार्य दिवस पर मॉनिटिरिंग अवश्य करना सुनिश्चित करें. समस्त निदेशक, विभागाध्यक्ष, आयुक्त से भी अपेक्षा की गई है उपरोक्त शासनादेश के अनुपालन में प्रतिदिन अपने कार्यालय से दी गई यूजर आईडी से सीएम हेल्पलाइन को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रत्येक कार्य दिवस पर अपने विभाग की मोनिट्रिंग अवश्य करना सुनिश्चित करें
सीएम हेल्पलाइन के सम्बन्ध में जारी शासनादेश के महत्वपूर्ण बिंदु :
1 – जिन अधिकारियों ने शिकायत प्राप्त होने के 7 दिन के भीतर कोई भी कार्यवाही नही की और इस कारण बिना समाधान के अगर यह शिकायत अगले स्तर पर चली गयी तो ऐसे लापरवाही के लिए अधिकारी के विरुद्ध शासकीय कार्यवाही की जा सकती है
2 – ऐसे अधिकारी जो सिर्फ खानापूर्ति के लिए शिकायत का निस्तारण कर रहे हैं या गलत तरीके से शिकायत का निस्तारण कर रहे हैं ऐसी शिकायतों की जांच में सत्यता पाए जाने पर ऐसी लापरवाही के लिए उक्त अधिकारी के विरुद्ध शासकीय कार्यवाही की जा सकती है
3 – अधिकारियों की सुगमता के लिए कंप्यूटर में लॉग इन के अलावा सीएम हेल्पलाइन एप भी उपलब्ध है जिसे स्मार्ट फ़ोन में गूगल प्ले स्टोर में जाकर उत्तराखंड सीएम हेल्पलाइन टाइप करके डाउनलोड किया जा सकता है . इस एप से अधिकारी प्रतिदिन किसी भी समय अपने स्मार्ट फोन पर भी प्राप्त शिकायतों को देख सकते हैं
4- सभी अधिकारी प्रतिदिन कंप्यूटर पर cmhelpline.uk.gov.in वेबसाइट पर या सीएम हेल्पलाइन एप पर पर लॉग इन अवश्य करें
5 – प्रत्येक माह प्रदेश के सभी L1, L2,L3, L4 स्तर के अधिकारियों का “ शिकायतों के निस्तारणके आधार पर ” मूल्याकंन किया जाएगा
6 – प्रत्येक माह मा० मुख्यमंत्री / मुख्य सचिव /अपर मुख्य सचिव द्वारा प्रदेश स्तर पर और मंडल आयुक्त द्वारा मंडल स्तर पर एवं जिला अधिकारी द्वारा जिला स्तर पर CM HELPLINE की समीक्षा बैठक की जायेगी
सभी अधिकारीयों को निर्देश दिए गए हैं कि उपरोक्त शासनादेश का कड़ाई से अनुपालन एवं सीएम हेल्पलाइन पर मिली जन शिकायतों औऱ समस्याओं पर त्वरित एवं समयबद्ध रूप से गुणवत्ता पूर्वक कार्यवाही करवायें और आख्या सीएम हेल्पलाइन पर ऑनलाइन अपलोड करवायें