नैनीताल (रामनगर) जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकी है, अभी तो कई इम्तहान बाकी है, अभी तो नापी है मुठ्ठी भर जमीन हमने, अभी तो सारा आसमान बाकी है। किसी शायर के ये शब्द रामनगर निवासी अनुज रावत पर सटीक बैठती हैं, जिसने अभाव व संसाधनों की कमी के बावजूद अपनी मेहनत के बल पर दिल्ली की रणजी टीम के एकादश में जगह बना ली है। उनका चयन बतौर विकेट कीपर बल्लेबाज के रूप में हुआ है।
बांये हाथ के इस बल्लेबाज ने रामनगर क्रिकेट एकेडमी से अपने क्रिकेट कॅरियर की शुरूआत मात्र छह साल में की। पिता वीरेंद्र रावत भी अपने समय में क्रिकेट के खिलाड़ी रहे। बेटे का क्रिकेट के प्रति जुनून देखते हुए उन्होंने उसे प्राथमिक शिक्षा के बाद दिल्ली बाल भवन में दाखिला दिला दिया।
19 साल के अनुज ने इंटरमीडिएट पास करने के बाद अब दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया है। वैसे को अनुज का चयन दिल्ली की अंडर 19 टीम में हो गया था। वहां भी उन्होंने अपनी प्रतिभा का ध्यान नेशनल क्रिकेट एकेडमी के चयनकर्ताओं की ओर खींचा।
उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के कोच एवं द्रोणाचार्य सम्मान से नवाजे गए राजकुमार शर्मा की वेस्ट दिल्ली क्रिकेट एकेडमी को ज्वाइन किया। अनुज ने अपनी सफलता का सारा श्रेय कोच राजकुमार शर्मा को दिया।