देहरादून- पिछले साल सोशल मीडिया पर फेसबुक पर संजय भट्ट की पोस्ट ने खतौली के “शेर-ए-पंजाब” ढाबा का पर्दाफाश किया था. साथ ही पूरे उत्तराखंड में इन ढाबों की लूट का विडियो बनाकर सरकार और उत्तराखंड परिवहन निगम को इस लूट के बारे में बताया था। निगम ने कार्यवाही कर होटल का अनुबंध खत्म भी कर दिया था। लेकिन निगम द्वारा अनुबंधित होटलों की मनमानी का शिकार उत्तराखंड का आमजन आज भी हो रहा है।
इस बात का खुलासा कोई डर की वजह से नहीं कर पाता है क्योंकि इन होटल्स और ढाबों में दबंगियों का राज चलता है। जो की मनमाना बिल बनायते हैं और जनता को लूटने का काम करते हैं. उसे ना देने की हाल में व्यक्ति को पीछे ले जाकर ठोकने की धमकी देकर वासूल किया जाता है। सथ ही इन ढाबे वालों को रोडवेज बस के ही कंडक्टर औऱ ड्राइवर का साथ होता है.
नया मामला 9 जून 2018 का
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो के अनुसार 9 जून को रामनगर से दिल्ली जा रही बस में सवार उत्तराखंड के एक युवा के साथ इसी तरह का वाकया हुआ। बस संख्या UK07PA2096 रास्ते में मधुबन ढाबे पर पर रुकी, फेसबुक पोस्ट पर पीड़ित युवक ने पोस्ट के अनुसार उसे 20 रूपये का एक पराठा कहकर बैठाया जाता है। और जब वह बिल देने आता है तो उससे दो पराठे के 100 रूपये वसूले जाते हैं।
सम्बंधित ढाबे का अनुबंध निरस्त करने की मांग
युवकों ने होटल संचालक का विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर सम्बंधित ढाबे का अनुबंध निरस्त करने की मांग की है। आप देख सकते हैं ढाबे कैशियर किस तरह से तर्क देकर वसूली कर रहा है। उत्तराखंड रोडवेज द्वारा अनुबंधित ढाबों में ऐसी कई शिकायतें रोज होती हैं। आमजन भी इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाते हैं.
युवक ने सभी उत्तराखिंडियों से दरख्वास्त की है कि इसे खूब शेयर करें ताकि कोई इसका शिकार न हो. ताकि मंत्रियों तक इस लूट की शिकायत पहुँच सके ये आज से नहीं वर्षो से चल रही लूट है जिसे अब खत्म करने का समय आ गया है। इस वीडियो को 6000 लोगों ने शेयर जरूर किया है लेकिन अभी तक शायद शासन और परिवहन विभाग तक ये बात नहीं पहुंची है.