बीते दिनों पहाड़ो पर हुई बर्फ बारी के चलते आज रामनगर में भी शीट लहर और कोहरे की सर्दी ने सितम ढा दिया। और ठण्ड का प्रकोप बढ़ जाने से लोगो को आग का सहारा लेना पड़ा। घने कोहरे और ठण्ड से बचने के लिए जान जीवन अस्त व्यस्त हो गया।
सीएम के निर्देशों की अनदेखी
वहीं प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं जिसका खामियाजा बेसहारा लोगों को उठाना पड़ रहा है. लोग ठिठुरने का मजबूर हैं.
सीएम ने दिए थे सभी जिलाधिकारियों को निर्देश
गौर हो की प्रदेश में बारिश-बर्फबारी के कारण बढ़ती ठंड को ध्यान में रखते हुए सीएम ने सभी जिलाधिकारियों को सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये थे। साथ ही सीएम ने कहा था कि सभी रैन बसेरों का सघन निरीक्षण कर वहाँ ठहरने वाले सभी व्यक्तियों को सभी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सुविध तो छोड़िए लोगों के लिए आग तक की व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारी द्वारा नहीं की गई.
अभी तक नहीं की गई अलाव की कोई व्यवस्था
दरअसल रामनगर में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियो के द्वारा अभी तक अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई। लोग खुद को कड़ाके ठण्ड से बचाने के लिए आग का सहारा ले रहे हैं.. वहीं बेसहारा इस ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं और आग के सहारे की उम्मीद लगाए बैठे है। कोई भी इन बेसहारा लोगों को देखने वाला नहीं है। लोगों ने इतनी कड़ाके की ठण्ड होने पर स्थानीय अधिकारियो की घोर लापरवाही बता रहे है।
इस बात की जानकारी जब नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारी अधिशासी अधिकारी से ली तो पुरे शहर में पांच स्थानों पर शाम के समय आलाव जलाने की बात कर अपना पल्ला झाड़ते नजर आये