गोरखपुर : उत्तर प्रदेश में तीन नंवबर को सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे । सियासी दाल अपने प्रचार में जुटे हैं। इन सबके बीच ‘अर्थी बाबा’ भी अपने प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। उनके प्रचार का तरीका अन्य दलों के नेताओं से अलग है है। गोरखपुर के राजन यादव उर्फ ‘अर्थी बाबा’ उपचुनाव में देवरिया सदर सीट से ताल थोक रहे हैं। वो अपना हर काम अर्थी पर बैठकर करते हैं। उनके इस अंदाज को देखकर लोग चौंक जाते हैं।
अपना नामांकन पत्र भरने भी अर्थी पर ही स्वर होकर पहुंचे। वो ऐसा हमेशा से ही करते रहे हैं। चुनाव प्रचार करना हो, आंदोलन करना हो, सब अर्थी पर ही करते हैं। इनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह भी हांडी है। अर्थी बाबा अब तक के करियर में 11 बार चुनाव लड़ चुके हैं। जब नामांकन के लिए कलेक्टर दफ्तर पहुंचे थे तो वह अर्थी पर बैठे थे। समर्थक कंधा दे रहे थे। साथ ही, ‘राम नाम सत्य है’ का नारा भी लगाया जा रहा था।
इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर उनका अर्थी पर बैठकर वोट मांगने का वीडियो भी वायरल हुआ। अर्थी बाबा यानी राजन यादव यंग हैं और सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। साल 2008 में एमबीए कर चुके हैं। बैंकाक में एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी थी लेकिन छोड़ दी। अब वो खुद को सामाजिक कार्यकर्ता कहते हैं। अर्थी बाबा गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के खिलाफ 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। जबकि 2014 में लखनऊ में राजनाथ सिंह के खिलाफ और वाराणसी में मोदी के खिलाफ भी पर्चा दाखिल किया था।