उत्तरकाशी : शहर के बीच स्थित रामलीला मैदान की दशा दयनीय है। इस मैदान की कोई सुध लेने वाला नहीं है। कभी सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों का मुख्य केंद्र रहा रामलीला मैदान अब पार्किंग और बाजार बन गया है। इस मैदान को मिनी स्टेडियम बनाने की घोषणा हुई थी लेकिन आज तक इस घोषणा पर भी अमल नहीं हुआ है।
उत्तरकाशी शहर के बीच बच्चों के लिए खेलने के लिए कोई खेल मैदान नहीं है। यहां एक मात्र रामलीला मैदान है जहां विभिन्न गतिविधियां संपन्न कराई जा सकती हैं, लेकिन इसका उपयोग अधिकांश समय पार्किग, ठेली बाजार व सब्जी की दुकानों को लगाने में किया जा रहा है। ऐसे में इस मैदान की स्थिति बिगड़ती जा रही है। मैदान गंदगी से बदरंग होता जा रहा है। जहां पर लोगों को चलना फिरना भी मुश्किल हो जाता है। साथ ही खेल गतिविधियों व अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के लिए मैदान को सुधारने के लिए आयोजकों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।खेल प्रेमी अरविंद रमोला कहते है कि रामलीला मैदान उत्तरकाशी शहर का हृदय है। लेकिन यहां पर वाहनों की पार्किंग से मैदान को क्षति पहुंच रही है तथा बरसात में तो कीचड़ व गंदगी से मैदान पर चलना भी दूभर हो जाता है।
मैदान को खाली रखकर इसका उपयोग सांस्कृतिक व खेल आदि गतिविधियों के लिए ही होना चाहिए। वहीं अधिशासी अधिकारी सुशील कुरील का कहना है कि रामलीला मैदान से रेहड़ी, ठेली व दुकानों को हटाने के लिए समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।