देहरादून: आज देश के प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने अपने जीवन में कई लोगों की मदद की। कई लोगों के सेक मुफ्त में लड़े। ऐसा ही एक मामला पिछले साल उत्तराखंड में सामने आया था। तब राम जेठमलानी ने उत्तरा पंत का केस लड़ने की की बात कही थी।
दरअसल, पिछले साल मुख्यमंत्री जनता दरबार में शिक्षिका उत्तरा पंत ने अपने ट्रांसफर को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई थी, लेकिन इस दौरान उनकी सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ बहस हो गई थी। सीएम ने उनको स्सपेंड करने की बात कही थी। इसके बाद ये मामला देहरादून से लेकर दिल्ली तक खूब गूंजां।
मामले को लेकर राज्य स्तर पर और नेशनल मीडिया पर भी मामले को काफी दिखाया गया था। तब राम जेठमलानी ने कहा कि था कि अगर उत्तरा पंत चाहें तो वो उनको मुकदमा मुफ्त में लड़ सकते हैं। ऐसे ही उन्होंने कई मामलों में लोगों के केस मुफ्त में लड़े।