देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वाइल्डलाइफ बोर्ड की बैठक ली। बैठक में लिए गए निर्णयोंं की जानकारी कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने दी उन्होंने कहा राजाजी टाइगर रिजर्व जोन को फिर से निर्धारित करने का फैसला लिया गया है। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि नंदौर व सुरैयी में बफर जोन नहींं बनाया जाने का निर्णय हुआ है। फिशिंग एंगलिंग को लेकर लगी रोक को हटा दिया गया है। रोक हटाए जाने से पर्यावरण को बड़ा फायदा मिलेगा। फिशिंग को पर्यटन के तौर पर भी विकसित किए जाने पर विचार किया जाएगा।
लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को वाईल्ड लाईफ बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। आरक्षित वर्ग को इको सेंसेटिव जोन से जुड़ी जानकारियों और निर्णयों के लिए इको समिति बनाई जाएगी। इससे पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। मानव व जंगली जानवरों के संघर्ष को रोकने के लिए एक फोर्स का गठन किया जाएगा। हर 3 या 4 माह में वाइल्ड लाइफ की बैठक होगी।
राज्य के राष्ट्रीय पार्को और आरक्षित वनों में पेड़ पौधों,वनस्पतियों और वन्य जीवोंं की सुरक्षा को लेकर इको विकास समितियोंं का गठन किया जाएगा। क्षमता से अधिक बाघ व हाथी के संघर्ष बढ़ने के खतरे को लेकर शोध किया जाएगा। प्रदेश में अब बंदर बाड़े का प्रयोग फेल होने के बाद सरकार ने फिर से बंदर बड़े नहीं बनाने का निर्णय लिया है।