जिस दौरान यह हादसा हुआ उस समय पार्क के कर्मचारी गस्त पर थे, उन्होंने ट्रेन को रोकने के लिए इशारा भी किया मगर ट्रेन ड्रावर ने लापरवाही बरतते हुए ट्रेन को नही रोका और ना ही ट्रेन की स्पीड कम की.
पार्क महकमे के अधिकारियों का कहना है कि राजाजी से गुजारनी वाली ट्रेनों की स्पीड को कम करने के लिए कई बार रेलवे के अधिकारियो से बैठक कर स्पीड कम करने पर सहमति बन चुकी है मगर बावजूद इसके कई ट्रेन तय स्पीड जो की 35 किलोमीटर प्रति घंटा है उसका पालन नहीं करते जिसके कारण इस तरह के हादसे होते रहते है. अब महकमा लापरवाह ट्रेन ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाही करने की बात कह रहा हैं.