देहरादून : रायपुर के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैदान में उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र के बीच होने वाले रणजी मुकाबले के फिसलने से न सिर्फ इस मैच का नुकसान हुआ है, बल्कि यहां आइपीएल मुकाबलों के होने की उम्मीदों को भी झटका लगा है। यदि यह रणजी मुकाबला यहां अच्छी तरह से आयोजित हो जाता तो भविष्य में आइपीएल के मुकाबले आयोजित होने की उम्मीदों को भी पंख लग जाते।
दरअसल, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से वार्ता कर उन्हें उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र के बीच होने वाले रणजी मुकाबले को दून में आयोजित कराने के लिए राजी किया। जबकि, दूसरी तरफ खेल मंत्री बीसीसीआइ से व अन्य माध्यमों से संपर्क कर दून में आइपीएल के मुकाबले आयोजित कराने के प्रयास में जुट गए।
इसके साथ ही रणजी मुकाबले के आयोजन में कोई कमी न हो, इसके लिए खुद मुख्यमंत्री ने आगे आकर राज्य से मान्यता प्राप्त चारों एसोसिएशन को बुलाया और समझा-बुझाकर एक करने की कोशिश की। यही नहीं, तीन एसोसिएशन एक होने को राजी भी हो गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने रणजी मुकाबले के सफल आयोजन के लिए एक कॉर्डिनेशन कमेटी का भी गठन कर दिया, लेकिन राज्य का दुर्भाग्य ही है कि क्रिकेट को लेकर राज्य के पास से एक सुनहरा अवसर फिर हाथ से निकल गया।
उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव दिव्य नौटियाल ने बताया कि निश्चित रूप से यह दुख का विषय है। अब प्रयास किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के साथ उक्त एसोसिएशन की बैठक बुलाई जाए और नए सिरे से राज्य को बीसीसीआइ से मान्यता दिलाने का प्रयास किए जाएं।