घनसाली/चमियाला- टिहरी के घनसाली विधानसभा (चमियाला) के कांगड़ा गांव में मानो लोगों पर आफत टूट पड़ी. पहले तो सड़क की मार औऱ ऊपर से बारिश का कहर. जी हां अभी कुछ दिन पहले भी चमियाला गाँव में कांगड़ा के लिए बन रही सड़क का मलबा आया था जिसमे गाँव की सड़क के ऊपर हिस्से में कई खेत और जानवरों को नहलाने के लिए बनी चहल मलबे के ढेर में तब्दील हो गयी थे. आज फिर वही स्थिति दुबारा देखने को मिली जब शाम को हुई तेज बारिश की वजह से गाँव के लोगों में आफत टूट पड़ी.
गुरुवार शाम को देखते ही देखते लोगों के कई खेत मलबे के ढेर में दब गए साथ ही कुछ गौशालाओं और 3-4 मकान खतरे की जद में आएं. अगर यूँही चलता रहा तो पूरे गाँव का अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा. लोगों ने गुस्से में आकर लोक निर्माण विभाग घनसाली के खिलाफ नारे भी लगाये.
कांगड़ा गाँव वालों का सड़क का सपना समय पर पूरा नहीं हो पा रहा. उल्टा अब चमियाला गाँव के लिए यह सड़क आफत बन गयी. देखने वाली बात यह थी कि मौके पर शासन-प्रशासन पहुंचा ना ही पहुंचा आपदा प्रबंधन की टीम.
खुली आपदा प्रबंधन की पोल
स्थानीय लोगों ने खुद आगे आकर पानी तथा मलबा को हटाने का काम किया. कई नाली भूमि तथा कई मकान खतरे की जड़ में आ चुके हैं. उपजिलाधिकारी को उक्त घटना की जानकारी दी गयी .
लोगों ने आरोप लगाया है की ठेकेदार और विभाग की लापरवाही और मिलीभगत से आज गाँव का अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है जिसका जिम्मेदार लोक निर्माण विभाग घनसाली है.
इसी सड़क के वजह से चमियाला केदारनाथ मोटर मार्ग पर भी मलबा आया और वह भी काफी देर तक बंद रहा. ठेकेदार और विभाग के अधिकारी चांदी काट रहे हैं लोगों की जान आफत में.