रुड़की : 14 फरवरी को पुलवामा में हुए फिदायीन आतंकी हमले में देश के 40 जवान शहीद हुए थे जिनको याद कर अभी भी देशवासियों की आंखों में आंसू आ जाते हैं. ये ऐसा गम और दुख है जिसे पूरा देश कभी भूल नहीं सकता और न ही शहीद जवानों की शहादत को. वहीं शहीदों की चिता की आग अभी ठंडी तक नहीं हुई थी रुड़की में कांग्रेसियों ने एक सम्मान समारोह में ऐसा किया की जिससे शहीदों का अपमान किया गया.
जी हां शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजिक कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि कम और नेता के बेटे पर नोट ज्यादा उड़ाए गए…जिससे शहीदों का अपमान हुआ है.
दरअसल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रुड़की के एक होटल में पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत के सम्मान में समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में गीतों का भी कार्यक्रम रखा गया। कव्वाल देश भक्ति गीतों पर कार्यक्रम पेश किया. वहीं इस दौरान कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता इतने खुश थे कि एक कार्यकर्ता ने हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत पर नोटों की बरसात कर दी। कार्यक्रम में सुशील राठी, डॉक्टर नैय्यर काजमी, जग्गू राणा आदि लोग मौजूद रहे। उधर, कांग्रेसियों का कहना है कि यह कार्यक्रम सम्मान समारोह था ना की श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम था।
इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में वीरेंद्र रावत ने कहा कि यह पुलवामा आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम था। यह 56 इंच की छाती वाले शेर को जगाने का एक प्रयास था। दुश्मन को चुप कराने के लिए पीएम को कार्रवाई करनी चाहिए।