देहरादून : उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। बारिश के कारण उत्तराखंड के लोगों का जीवन-अस्त व्यस्त हो गया है। सिर्फ पहाड़ी ही नहीं बल्कि मैदानी जिलों के लोगों का भी हाल बेहाल है। बाऱिश का कहर इतना है कि कारें औऱ बाइकें बह कर कहां से कहां चली गई हैं। वहीं आज फिर से मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली और नैनीताल जिलों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। संबंधित जिला प्रशासन को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वहीं लोगों को भी सतर्क रहने की जरुरत है। उत्तराखंड में चारोंधामों के रास्ते अवरुद्ध है। सड़कों पर बारिश के कारण बोल्डर-मलबा आ गया है जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।
चार धाम मार्गों की स्थिति निम्नवत है:
NH-58 टिहरी में तोता घाटी के पास छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है तथा चमोली में क्षेत्रपाल पर अवरुद्ध है। केदारनाथ राजमार्ग रुद्रप्रयाग में बांसवाड़ा पर बंद है।
टिहरी में चंबा-ऋषिकेश मार्ग नागनी पर अवरुद्ध है। चमोली में हापला-पोखरी मार्ग तथा मंडल-चोपता मार्ग अवरुद्ध है।
पिथौरागढ़ में मदकोर्ट-मुंसारी मार्ग, जौलजीबी-मदकोर्ट मार्ग, तवाघाट-पांग्ला मार्ग, तवाघाट-सोबला मार्ग, थल-मुनस्यारी मार्ग, पिथौरागढ़-धारचूला मार्ग, पिथौरागढ़-घाट मार्ग अवरुद्ध है।
घाट-पिथौरागढ़ मार्ग दिल्ली लैंड पर मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है। मसूरी-केंपटी फॉल-यमुना पुल मार्ग अवरुद्ध है।
यमुनोत्री हाईवे भी राणा चट्टी के पास बोल्डर और मलबा आने से बंद है। बारिश के कारण हाईवे पर बार-बार मलबा और बोल्डर आ रहे हैं।
मसूरी देहरादून मार्ग पर कोलू खेत में पानी वाले बैंक के पास भूस्खलन से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है