नई दिल्ली: जैसी पहले से ही उम्मीद की जा रही थी कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने इस्तीफा देने की पेशकश भी कि, लेकिन कांग्रेस कार्यसमिति के सभी सदस्यों ने इस्तीफा स्वीकार करने से इंकार कर दिया। सभी सदस्यों ने कहा कि एक राहुल गांधी ही थे, जो पीएम मोदी से डटकर लड़े। बैठक में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, पी चिदंबरम समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।
राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश करते ही सबसे पहले शीला दीक्षित ने उन्हें ऐसा करने से रोका। उन्होंने कहा कि पार्टी को आप ही आगे ले जाएंगे। वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलौत, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेन्द्र और शैलजा ने भी राहुल के इस्तीफे पर ऐतराज जताया। बैठक में कांग्रेस को मिली हार की समीक्षा की गई। पिछले दो दिन से ऐसी खबरें भी आ रही थीं कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीपर सुरजेवाला ने ऐसी खबरों का खंडन किया था।
बैठक में कई मसलों पर बात की गई। राहुल गांधी के कार्यालय में काम करने वाले लोगों पर भी सवाल खड़े किए गए। राहुल गांधी की पूरी टीम की समीक्षा की जा रही है। राहुल गांधी ने अपने स्तर से भी इस पर काम शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी अपनी पूरी टीम को बदल सकते हैं।