आखिरकार कांग्रेस पार्टी पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी को नहीं मना पाए और आज राहुल गांधी के इस्तीफे को मंजूरी मिल गई है. वहीं कांग्रेस की कमान गांधी परिवार के करीबी को सौंपी गई है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस के अंतिरम अध्यक्ष का पद मोतीलाल वोरा संभाल सकते हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता होने के नाते उन्हें ये पद मिल सकता है. कांग्रेस पार्टी के संविधान के मुताबिक कांग्रेस पार्टी का सबसे वरिष्ठतम व्यक्ति अंतरिम अध्यक्ष की भूमिका निभा सकता है. मोतीलाल वोरा कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में से एक हैं औऱ साथ ही वो गांधी परिवार के करीबी भी है.
ट्विटर के जरिए राहुल ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नहीं हैं
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने बुधवार को ट्विटर के जरिए कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा कि नए अध्यक्ष के फैसले पर बिना किसी देरी के फैसला होना चाहिए। साथ ही कहा कि मैं इस प्रक्रिया में कहीं नहीं हूं। मैंने पहले ही अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जल्द से जल्द बुलाया जाना चाहिए ताकि इस पर फैसला हो सके.
लोकसभा में हुई करारी हार के बाद लिया फैसला
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार से खफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने इस्तीफे के फैसले से पीछे नहीं हटेंगे। उन पर इस्तीफा वापस ना लेने के लिए दबाव ना डाला जाए।
सूत्रों के अनुसार सोनिया गांधी के आवास में अशोक गहलोत की मुलाकात हुई थी जो की 40 मिनट से ज्यादा चली। कांग्रेस के पांचों मुख्यमंत्रियों के सोमवार को राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें कांग्रेस प्रमुख पद पर बने रहने का आग्रह करने के दो दिन बाद गहलोत ने सोनिया से मुलाकात की है। हालांकि, राहुल गांधी ने मुख्यमंत्रियों की मांगों को खारिज कर दिया है और उन्हें नए पार्टी अध्यक्ष की तलाश करने को कहा है।