कांग्रेस उपाध्यक्ष ने एक टीम को मंजूरी दे दी है, जो आने वाले महीनों में होने वाले आंतरिक चुनावों की देखरेख करेगी।
सोनिया का कार्यकाल इस साल दिसंबर में समाप्त हो जाएगा और राहुल के पार्टी प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण करने की उम्मीद है। 1998 में सोनिया गंधी ने कांग्रेस प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था।
हालांकि राहुल को एक कार्यकारी आदेश के माध्यम से कांग्रेस प्रमुख नियुक्त किया जा सकता हैं और कांग्रेस कार्य समिति ने पहले ही एक सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दिया था और राहुल गाँधी को पदभार संभालने का आग्रह किया गया है, लेकिन राहुल गाँधी इस फैसले को निर्धारित तरीके से ही चाहते हैं ।
हाल में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी से पांच में से चार राज्यों में हार के बाद पार्टी में परिवर्तन की अटकले तेज़ हो रही हैं ।
सोनिया गांधी की सेवानिवृत्ति के बाद कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी की पद संभालने के लिए तैयार हैं, और हाल ही उन्होंने पार्टी ने निम्न बदलाव भी किया हैं :
- उन्होंने आंतरिक चुनावों की देखरेख करने के लिए एक टीम को मंजूरी दी है
- पिछले हफ्ते राहुल ने गुजरात, कर्नाटक और गोवा में पार्टी इकाइयों के प्रभारी पदाधिकारियों की नियुक्ति की और युवा नेताओं को सचिवों के रूप में नियुक्त किया है ।
- कर्नाटक और गोवा के प्रभारी दिग्विजय सिंह की जगह लोकसभा सांसद के.सी. वेणुगोपाल और ए चेला कुमार को दी गयी हैं ।
- केंद्रीय चुनाव समिति के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री को भी स्थानांतरित कर दिया गया है
- महाराष्ट्र में पार्टी के विधायक अमित देशमुख गोवा में एआईसीसी के सचिव होंगे
- गुजरात में, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुरुदास कामत की जगह दी गई है