देहरादून : कोरोना संकट के बीच बड़ी खबर उत्तराखंड भाजपा संगठन से हैं। जी हां जानकारी मिली है कि उत्तराखंड भाजपा के संगठन महामंत्री अजय कुमार क्वॉरेंटाइन रहे लेकिन इसकी भनक किसी को भी नहीं लगी। उनके कार्यालय में लोगों की आवाजाही जारी रही जो कि सिस्टम पर बड़ा सवाल खड़े करता है कि आखिर जब पूरी दुनिया इस गंभीर वायरस की चपेट में है और स्वास्थ्य विभाग समेत पुलिस विभाग लोगों की सुरक्षा के लिए दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं तो ऐसे में सरकार के नुमाइंदे क्यों इसे हल्के में ले रहे हैं। इसमे जिला प्रशासन पर भी सवाल खड़ें हो रहे हैं कि आखिर कैसे इसे नजर अंदाज किया।
संगठन पर उठते हैं सवाल
जानकारी मिली है कि नोटिस कार्यालय के बाहर चस्पा किया गया लेकिन वो होम क्वारंटाइन थे। इस दौरान कार्यालय में लोगों की आवाजाही रही लेकिन किसी की इस नोटिस पर नजर नहीं गई। न ही संगठन ने ये जानकारी दी कि कार्यालय में नोटिस चस्पा है और यहां आवाजाही बंद है।
सहारनपुर गए थे महामंत्री, कार्यालय का दिया था पता
जानकारी मिली है कि संगठन महामंत्री सहारनपुर गए थे औऱ उन्होंने पास बनाने के लिए जिला प्रशासन को कार्यालय का पता दिया था। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा कार्यालय में नोटिस चस्पा किया गया। जबकि महामंत्री घर में क्वारंटीन रहे। बड़ा सवाल ये है कि भाजपा प्रदेश कार्यालय में क्वॉरेंटाइन नोटिस चस्पा किया गया था लेकिन नोटिस तक की जानकारी किसी को नहीं दी गई। जो की घोर लापरवाही है। इसमे संगठन और जिला प्रशासन की लापरवाही दिखती है। सवाल ये भी है कि जो नोटिस चस्पा किया गया है उसमे कोई तारीख भी नहीं भरी गई है कि महामंत्री को कब से कब तक क्वारंटीन किया गया है।
जानकारी मिली है कि सहारनपुर से आने के बाद संगठन महामंत्री को क्वॉरेंटाइन करने के लिए नोटिस चस्पा किया गया था लेकिन इसकी भनक किसी को भी नहीं लगी। क्वॉरेंटाइन अवधि के दौरान भाजपा प्रदेश कार्यालय में आवाजाही जारी रही जो की एक बड़े खतरे को दावत देना है। हालांकि महामंत्री घर में क्वारंटीन रहे लेकिन नोटिस की जानकारी तक संगठन ने किसी को नहीं दी।