आईडीपीएल परिसर में भवनों को तोड़ने का कार्य रविवार से जारी है। ध्वस्तीकरण कार्य के दौरान लोग प्रशासन का विरोध भी कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के बीच पूर्व सीएम हरीश रावत धरनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान हरदा ने कहा कि कांग्रेसी आपके लिए लाठी खाने को भी तैयार है।
दबाव के आगे मजबूर है शासन: हरदा
धरनाथल पर पहुंचकर हरदा ने कहा कि जो आईडीपीएल कभी उत्तराखंड की शान था, आज वीरान है। कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि आइडीपीएल की लड़ाई सामान्य नहीं एक बड़ी लड़ाई है। इसे मुद्दे को लेकर हमने सीएम से लेकर डीएम तक बात की है। लेकिन कोई नहीं सुन रहा है। IDPL की भूमि देश के एक बड़े व्यक्ति के पास जानी है। जिसके दबाव के आगे शासन प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है।
रविवार से जारी है ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
हरदा ने कहा कि भरी बरसात में यहां के लोग उजड़ रहे हैं और विधायक खामोश है। इससे ज्यादा शर्मनाक स्थिति और कुछ नहीं हो सकती। बता दें ऋषिकेश औषधि निर्माण संस्थान आइडीपीएल परिसर में स्थित आवासीय भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रविवार को शुरू हो गयी थी।
प्रथम चरण में 40 भवनों को तोड़ने का लक्ष्य
वन विभाग और पुलिस फोर्स की मौजूदगी में इस कार्रवाई का स्थानीय नागरिकों ने जमकर विरोध किया। लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। आईपीएल में स्थित 850 आवासीय भवनों में प्रथम चरण में 40 भवनों को तोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
खाली भवनों के ध्वस्तीकरण के दिए निर्देश
हालांकि वन मंत्री सुबोध उनियाल ने आइडीपीएल में रहने वाले परिवारों की परिस्थितियों का संज्ञान लेते हुए वन विभाग एवं जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि वर्षाकाल के दौरान केवल उन्हीं भवनों का ध्वस्तीकरण किया जाए जिस पर कोई निवास नहीं कर रहा है।