हल्द्वानी : क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में अब हल्द्वानी के सभी निजी अस्पताल एकजुट होकर सामने आ गये हैं और एक्ट का पालन ना करने की बात कह रहे हैं. हल्द्वानी मे आज आईएमए के पदाधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट को पूरी तरह से निजी अस्पतालों के खिलाफ बताया. उनका कहना है की एक्ट में इस तरह के मानक रखे गये हैं जिसका पालन करना निजी अस्पतालों के लिए नामुमकिन है…और यहां की भगौलिक परिस्थितियों के अनुरूप नहीं है. जिसको सरकार द्वारा उनके उपर जबरन थोपा जा रहा है, इस एक्ट से सिर्फ कॉरपोरेट अस्पतालों को ही फायदा होगा और इलाज भी काफी महंगा हो जायेगा.
22 दिसम्बर से हल्द्वानी के सभी निजी अस्पताल काली पटटी बांधकर विरोध की शुरूवात करेगें. 23 दिसम्बर से ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बन्द कर दी जायेगी. 24 दिसम्बर को अस्पताल मे भर्ती सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया जायेगा ओर 25 दिसम्बर से अस्पतालों को पूरी तरह से बन्द कर दिया जायेगा.
वही आईएमए के पदाधिकारियों ने सरकार से उत्तराखंड हेल्थ केयर एकट लागू करने की मांग की है। वही हम आपको बता दे की 25 दिसम्बर से निजी अस्पतालों के बन्द होने से पूरे कुमाऊँ की स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा असर पड़ेगा, हल्द्वानी मे करीब दर्जनों अस्पताल है जहॉ पूरे कुमाऊँ से लोग अपना इलाज करवाने आते है जिन्हे भारी दिक्क्तों का सामना करना पड़ेगा।