देहरादून: आयुष छात्रा निजी आयुष काॅलेजों में बढ़ाई गई फीस को गलत बताते हुए आंदोलन कर रही हैं। फीस अपीलेंट अथाॅरिटी ने निजी काॅलेजों के निवेदन पर फीस का निर्धारण किया था। अथाॅरिटी का फैसला था कि बढ़ी हुई फीस 2019-20 के सत्र से लागूं होगी। इसको लेकर निजी आयुष काॅलेजों ने एक बार फिर से अथाॅरिटी से गुहार लगाई कि फीस पिछले सत्र से लागूं होनी चाहिए, जिसका मान लिया गया है।
फीस अपीलेंट अथाॅरिटी ने आंदोलन कर रहे छात्रों को बड़ा झटका दिया है। फीस बढ़ोतरी के खिलाफ आंदोलन कर रहे छात्रों ने इस फैसले को गलत करार दिया है। प्रवेश एवं शुल्क निर्धारण समिति ने आयुष कॉलेजों का शुल्क बढ़ाया था। यह बढ़ोतरी सत्र 2019-20 से लागू की गई थी। समिति के इस फैसले को लेकर निजी कॉलेजों ने अपीलेंट अथॉरिटी का दरवाजा खटखटाया था। निजी कॉलेजों ने मांग की थी कि चूंकि शुल्क अप्रैल 2018 में तय हुआ था तो बढ़ा हुआ शुल्क भी 2018-19 सत्र से लागू होना चाहिए। अपीलेंट अथॉरिटी ने कॉलेजों की मांग मान ली। अथॉरिटी ने फैसला सुनाया है कि बढ़ा हुआ शुल्क सत्र 2019-20 के बजाय 2018-19 से लागू माना जाएगा।