टिहरी : टिहरी जिले के नैनबाग बसाण गांव में शादी के दौरान खाना खाने को लेकर हुए दलित की पिटाई और मौत के बाद उत्तराखंड की सियासत गरमायी है…इस घटना ने पूरे उत्तराखंड को हिला कर रख दिया कि क्या इंसान का दिमाग औऱ सोच इतनी छोटी हो गई है कि सवर्ण ने दलित की सिर्फ इसलिए पिटाई की कि उसने उसकी कुर्सी में बैठकर खाना खाया. दस दिन बाद दलित युवक जिंंदगी की जंग हार गया…मृतक के परिजनों समेत कई जगहों से इंसाफ की मांग की जा रही है. भीम आर्मी ने तो चेतावनी तक दे डाली है कि अगर मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि और एक को सरकारी नौकरी नहीं दी गई तो वो जेएम के कार्यालय के बाहर धरना देंगे.
म़ृतक के परिवार से मिले प्रीतम सिंह
वहीं इस बीच लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह बीते दिन शनिवार को मृतक के परिजनों से मिलने उनके गांव पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी. साथ ही प्रीमत सिंह ने मृतक के परिवार को 50 हजार रुपय देकर आर्थिक मदद की और सरकार से भी पीड़ित परिवार की मदद करने की अपील की.
प्रीतम सिंह की फेसबुक पोस्ट
कल सांय टिहरी जिले में नैनबाग के बसाण गांव पहुँचकर मृतक जितेंद्र दास के परिजनों से मुलाकात कर इस हृदय विदारक व दुःखद घटना पर दुःख प्रकट किया। और अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए तात्कालिक सहायता के तौर पर शोकाकुल परिवार को 50 हज़ार रुपये की मदद कर पीड़ित परिवार को प्रदेश सरकार से यथा संभव मदद तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई किये जाने का आश्वासन दिया।