रुद्रप्रयाग : इस यात्रा सीजन से केदारनाथ धाम में चौलाई के लड्डू प्रसाद में बांटे जा रहे हैं. हेली सेवा से दर्शन करने वाले यात्रियों को यह प्रसाद रिंगाल की टोकरी में उपलब्ध कराया जा रहा है. केदारनाथ स्थानीय प्रसाद योजना की तैयारी बैठक में यह निर्णय लिया गया था। लेकिन इससे व्यापारियों में रोष है.
महंगे दामों पर मिला रहा प्रसाद, जिस कारण उनको नुकसान हो रहा
विरोध कर रहे स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि चौलाई के लड्डू महंगे दामों पर मिल रहे हैं, जिस कारण उनको नुकसान हो रहा है। व्यपारियों के विरोध के बाद जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने केदारनाथ व्यपारियों से वार्ता की।
दरअसल, केदारनाथ के कुछ व्यापारी नारियल और लिची दाना का प्रसाद भी बेचना चाहते हैं, लेकिन इस बार चौलाई का प्रसाद वितरित हो रहा है। पूजा की थाली में भी चौलाई का प्रसाद मंदिर में चढ़ाने को दिया जा रहा है।
जिला मुख्यालय के सभागार में हुई बैठक में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि चौलाई के लड्डू बनाने और उनका विक्रय करने के लिए केदारनाथ प्रसाद संघ का गठन किया गया था। जिले में कार्यरत सभी गैर सरकारी संस्थाएं अथवा कोई अन्य संस्थान, जो स्थानीय उत्पादों को लेकर कार्य कर रहे हैं या करना चाहते हैं, केदारनाथ प्रसाद संघ से सीधे संपर्क कर सकते हैं।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि इससे स्थानीय महिलाओं को भी रोजगार मिल रहा है। व्यापारी पूजा की थाली में चौलाई का प्रसाद रखकर थाली का दाम बढ़ा सकते हैं।
आपको बता दें डीएम ने जानकारी में बताया कि अब तक 15 दिन में 15 लाख रुपये के चौलाई के लड्डू का प्रसाद बंट चुका है. इससे पहले बाबा केदार को इलायची का प्रसाद चढ़ाया जाता था, लेकिन इस वर्ष से स्थानीय उत्पाद से निर्मित लड्डू ही प्रसाद के रूप में चढ़ाए जा रहे हैं. इससे जो भी लाभ अर्जित होगा, उसका लाभांश इस कार्य से जुड़े हुए प्रत्येक कार्यकर्ता में बांटा जाएगा।