देहरादून : वित्त मंत्री प्रकाश पंत अब हमारे बीच नहीं हैं…ये कभी न पूरी होने वाली क्षति है…पूरे प्रदेश की जनता औऱ सरकार के मंत्री उनके स्वभाव, काम की तारीफ कर भावुक हो रहे हैं. कोई तो यकीन नहीं कर पा रहा कि उनका निधन हो गया है. प्रकाश पंत के परिजनों का रोरोकर बुरा है. प्रकाश पंत की बेटी ‘नन्ही कली’ पिता के जाने से बेसुध है. बूढ़े माता-पिता को तो इस बात का पता ही नही है.
9 सितंबर 2017 को पिता ने बेटी के कंधे पर सजाए सितारे
9 सितंबर 2017 को पिता ने अपनी सेना अफसर बिटिया के कंधों पर सितारे सजाए थे औऱ सैल्यूट किया था. प्रकाश पंत की बेटी राजनीति में भी कदम रखकर जनता की सेवा कर सकती थी लेकिन नमिता पंत ने वर्दी को चुना औऱ सेना में रहकर देश की सेवा करने की ठानी. पिता ने बड़ी खुशी से बेटी की वर्दी में सितारे सजाए थे औऱ बहुत खुश हुए थे. पिता प्रकाश पंत चेन्नई पहुंचे थे औऱ बेटी को वर्दी में देख फूल नहीं समाए. इसके बाद प्रकाश पंत ने अपनी बेटी नमिता के लिए एक कविता लिखी थी….
बेटी के नाम कविता
नन्ही कली अब बड़ी हो गई
माता-पिता की आंखों का उजियाला हो गई
शिक्षित होकर जीवन में विजेता हो गई
भाई के हाथों में रक्षा सूत्र बांधने वाली बिटिया
आज देश की रक्षा के लिए तैयार हो गई
बिटिया आज माता-पिता के लिए अभिमान हो गई…
अपनी नन्ही कली, प्रदेश, प्रदेश की जनता को छोड़कर चले गए पंत
प्रकाश पंत आज अपनी नन्ही कली, प्रदेश, प्रदेश की जनता को छोड़कर चले गए. लेकिन बेटी जरुर पिता का नाम आगे भी रोशन करेगी औऱ देशभर में अपने पिता का नाम हमेशा रोशन करेगी. भगवान इस दुख की घड़ी में उनका हौसला बनाए रखे, हम यही प्रार्थना करते हैं।
प्रकाश पंत के लिए औऱ राज्य के लिए गर्व की बात
मूल रूप से पिथौरागढ़ के खड़कोट निवासी प्रकाश पन्त की सबसे बड़ी बेटी नमिता पंत ने 2012 में एलएलबी की। इसके बाद साल 2016 में एलएलएम किया। सेना में भर्ती होने के लिए एसएसबी क्वालिफाई किया और ट्रेनिंग के लिए चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी चली गईं। इस लेवल की परीक्षा में देश की सिर्फ 4 लड़कियां पास हो पाईं थीं, जिनमें नमिता भी एक थीं। जो की प्रकाश पंत के लिए औऱ राज्य के लिए गर्व की बात है.