देहरादून- अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के पूर्वानुमान पर यकीन किया जाए तो उत्तराखंड में अच्छे दिन आने के वाले हैं। विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक साल 2017-18 में राज्य की प्रतिव्यक्ति आय मेंं इजाफा होने वाला है। विभाग के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष में प्रतिव्यक्ति आय 1,77,356 रूपए रहने का अनुमान है। जबकि साल 2016-17 में अनुमानित प्रतिव्यक्ति आय 1,61,102 रुपए थी।
गौरतलब है कि निदेशक अर्थ एवं संख्या उत्तराखण्ड द्वारा आय अनुमान नवीन आधार वर्ष 2011-12 के आधार पर वर्ष 2017-18 के प्रथम अग्रिम अनुमान के आंकड़े, वर्ष 2016-17 द्वितीय पुनरीक्षित अनुमान के आंकड़े तथा वर्ष 2015-16 के तृतीय पुनरीक्षित अनुमान के आंकडे तैयार कर जारी किये गये है।
राज्य आय अनुमान मुख्य रूप से वित्तीय वर्ष में राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल के अन्दर वर्ष में उत्पादित कुल वस्तुओं एवं सेवाओं का सकल मूल्य (दोहराव के बिना) होता है। इसका आंकलन आधार वर्ष (जिसके सापेक्ष वृद्धि/विकास परिलक्षित हो सके), तत्पश्चात्, इसी आधार वर्ष के आधार पर आगामी वर्षों में राज्य आय अनुमान आगणित किया जाता है।
प्रमुखतः 04 प्रकार के अनुमान तैयार किये जाते है। प्रचलित भाव पर राज्य सकल घरेलू उत्पाद(अर्थव्यवस्था का आकार), स्थायी भाव पर राज्य सकल घरेलू उत्पाद(आर्थिक वृद्धि दर), प्रचलित भाव पर राज्य निवल घरेलू उत्पाद( प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति आय) एवं स्थायी भाव पर राज्य निवल घरेलू उत्पाद।
उपरोक्त 04 अनुमानों पर आधारित 02 संकेतक अत्यन्त महत्वपूर्ण है। जिनमें प्रति व्यक्ति आय(यह प्रति व्यक्ति आय संदर्भित वर्ष का प्रचलित भाव पर निवल घरेलू उत्पाद को वर्ष की अनुमानित जनसंख्या से विभाजित कर, ज्ञात किया जाता है) एवं आर्थिक वृद्धि/विकास दर(यह गत वर्ष के सापेक्ष संदर्भित वर्ष का स्थायी भाव पर सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि होती है, जो वास्तविक उत्पादकता में वृद्धि को परिलक्षित करती है। यह आधार वर्ष के भावों पर आगणित की जाती है।)
इस सम्बंध में निदेशक अर्थ एवं संख्या सुशील कुमार ने बताया कि राज्य में उक्त अनुमानों को तैयार करने का दायित्व अर्थ एवं संख्या निदेशालय, नियोजन विभाग द्वारा किया जाता है। निदेशालय द्वारा 29, जुलाई 2017 को नवीन आधार वर्ष 2011-12 के आधार पर अनुमान जारी किये गये थे, जिसमें वर्ष 2011-12 से 2014-15 तक के अन्तिम आँकड़ें, वर्ष 2015-16 के त्वरित आँकड़े तथा वर्ष 2016-17 के अनन्तिम आँकड़े अनुमानित थे।
अर्थ एवं संख्या निदेशालय द्वारा विभिन्न आर्थिक गतिविधियों में उपलब्ध नवीन आंकड़ों, राज्य सरकार के कृषि निदेशालय द्वारा उपलब्ध कराये गये कृषि आंकड़ें, राज्य के बजट विश्लेषण, निगमित व अनिगमित क्षेत्रों व निजी क्षेत्रों से उपलब्ध नवीन आंकड़ों के आधार पर तैयार किये जाते हैं। वर्ष 2015-16 व 2016-17 के अनुमानों को संशोधित किया गया है।
वर्ष 2015-16 के तृतीय पुनरीक्षित आंकड़ें, वर्ष 2016-17 के द्वितीय पुनरीक्षित आंकड़ें तथा वर्ष 2017-18 के प्रथम अग्रिम आंकड़े जारी किये गये है।
प्रचलित भाव पर आधारित अनुमान
प्रचलित भाव के आधार पर वर्ष 2017-18 में राज्य सकल घरेलू उत्पाद (अग्रिम अनुमान) रूपये 217609 करोड़ अनुमानित है (अर्थव्यवस्था का आकार), जो कि वर्ष 2016-17 की तुलना में 11.25 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित करता है। वर्ष 2016-17 में राज्य सकल घरेलू उत्पाद त्वरित (पुनरीक्षित) अनुमान रूपये 195606 करोड़ अनुमानित है। प्रचलित भाव के आधार पर वर्ष 2017-18 में राज्य निवल घरेलू उत्पाद (अग्रिम अनुमान) रूपये 195375 करोड़ अनुमानित है, जो कि वर्ष 2016-17 की तुलना में 11.58 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित करता है। वर्ष 2016-17 में राज्य निवल घरेलू उत्पाद त्वरित (पुनरीक्षित) अनुमान रूपये 175102 करोड़ अनुमानित है।
स्थायी भावों पर अनुमान
स्थायी भाव के आधार पर वर्ष 2017-18 में राज्य सकल घरेलू उत्पाद ( अग्रिम अनुमान) रूपये 173444 करोड़ अनुमानित है, जो कि वर्ष 2016-17 की तुलना में 6.77 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है, जो कि राज्य की विकास दर को परिलक्षित करता है। वर्ष 2016-17 में राज्य सकल घरेलू उत्पाद त्वरित (पुनरीक्षित) अनुमान रूपये 162451 करोड़ अनुमानित है। स्थायी भाव के आधार पर वर्ष 2017-18 में राज्य निवल घरेलू उत्पाद (अग्रिम अनुमान) रूपये 154670 करोड़ अनुमानित है, जो कि वर्ष 2016-17 की तुलना में 6.80 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है। वर्ष 2016-17 में राज्य निवल घरेलू उत्पाद त्वरित (पुनरीक्षित) अनुमान रूपये 144825 करोड़ अनुमानित है।
प्रति व्यक्ति आय
प्रचलित भाव के आधार पर राज्य निवल घरेलू उत्पाद के आधार पर वर्ष 2017-18 में राज्य की प्रतिवर्ष प्रति व्यक्ति आय रूपये 1,77,356 (अग्रिम अनुमान) व वर्ष 2016-17 में रूपये 1,61,102 (त्वरित अनुमान) रूपये अनुमानित की गयी है।
आधार वर्ष 2011-12 के क्रम में जहां भारत की आर्थिक विकास दर वर्ष 2015-16 में 08 प्रतिशत, 2016-17 में 7.1 प्रतिशत तथा 2017-18 में 6.5 प्रतिशत रही वही उत्तराखण्ड की आर्थिक विकास दर वर्ष 2015-16 में 7.52 प्रतिशत, 2016-17 में 6.95 प्रतिशत तथा 2017-18 में 6.77 प्रतिशत रही है। इसके साथ ही भारत की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2015-16 में 94,130, 2016-17 में 1,03,219 तथा 2017-18 में 1,11,782 रही वही उत्तराखण्ड की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2015-16 में 1,46,454, 2016-17 में 1,61,102 तथा 2017-18 में 1,77,356 रही है।