प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे से वापस चले गए है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ में जो ड्रेस पहनी थी उसको लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है।
हिमाचल की महिला के हाथों से बनाई गई पारम्परिक ड्रेस पहनकर प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ क्या आए कि प्रदेश की राजनीति में उनकी ड्रेस को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है। विपक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी की ड्रेस पर आपत्ति जताते हिमाचल चुनाव प्रभावित किए जाने का आरोप लगाया। कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंदिरों में इस तरीके का पहनावा नहीं पहनना चाहिए जिससे चुनाव प्रभावित हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ड्रेस से जहां कांग्रेस को आपत्ति है वहीं भाजपा का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं है कि केदारनाथ पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल की ड्रेस पहनी हो इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब केदारनाथ आये थे तो उन्होंने हिमाचल की पोशक पहनी थी। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस को हिमाचल में हार नजर आ रही है इसलिए उन्होंने पहले ही बहाना तैयार कर लिया है।
प्रधानमंत्री भले ही उत्तराखंड दौरे से वापस चले गए हो लेकिन प्रधानमंत्री की पोशाक पर उत्तराखंड में बहस छिड़ी हुई है कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने जहां प्रधानमंत्री की पोशाक पर स्वास्तिक के चीन को लेकर आपत्ति दर्ज की थी तो वही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह ने पूरी ड्रेस कोड पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं और इसे चुनाव प्रभावित करने वाला फैसला बताया ऐसे में देखना यही होगा कि आखिरकार केदारनाथ से जो संदेश प्रधानमंत्री ने ड्रेस पहनकर हिमाचल को दिया है क्या उससे वास्तव में हिमाचल चुनाव में भाजपा के लिए फायदे का सौदा साबित होगा।