सीएए के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन से दिल्ली जल उठी है जिसकी चिंगरी यूपी में भी पहुंच गई है। इस विरोध से दिल्ली की कानून व्यवस्था चरमरा गई है। रविवार को मौजपुर में CAA के समर्थक और विरोधी आमने-सामने हो गए और जमकर पथराव हुआ। अब तक इश हिंसा में 7 लोगों के मारे जाने की खबर है।
एएनआई ने किया वीडियो अपलोड कर ट्वीट
वहीं इस बीच जाफराबाद से पुलिस का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिसकर्मियों ने सेना की वर्दी पहन रखी है। इसे लेकर सेना ने नाराजगी जताई है और जांच कर एक्शन लेने की बात कही है। जाफराबाद में फ्लैग मार्च के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने सेना जैसी वर्दी पहनकर गश्त लगाई। सोमवार को पुलिसकर्मियों की इस गश्त का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो को जब ANI ने ट्वीट किया तो सेना ने इस पर गौर किया।
ट्वीट के वायरल होने के बाद सेना ने अपने प्रवक्ता के अकाउंट से प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि दिल्ली में आंतरिक सुरक्षा के लिए भारतीय सेना की तैनाती नहीं की गई थी। सेना के सूत्रों ने कहा कि सेना की वर्दी पहनने वाले पुलिस बल और निजी सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सेना के अनुसार कोई भी निजी सुरक्षा एजेंसी या राज्य पुलिस बल सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली वर्दी नहीं पहन सकते।