उधम सिंह नगर :उत्तराखंड पुलिस अपने कारनामों की वजह से कई बार चर्चा में रही है।उधम सिंह नगर के किच्छा से एक मामला सामने आया है, जिसमें एक पुलिसकर्मी कोतवाली में अपनी वर्दी का रौब झाड़ता हुआ नजर आ रहा है। क्योंकि कोतवाली पुलिस यहां खड़े वाहनों को पंचर करने का काम कर रही है। लेकिन सवाल ये है कि कोतवाली परिसर में गाड़ियों को पंचर करने वाली पुलिस किच्छा के चौराहों पर बेपरवाह दौड़ती गाड़ियों पर मूक दर्शक क्यों बन जाती है? बड़ा सवाल खड़ा होता है कि पुलिस इसे देख कर अनदेखा कर देती है ।ओवरलोड गाड़ियों को रोकने में किच्छा पुलिस नाकाम क्यों। ओवरलोड गाड़ियां इस कदर भर कर आती हैं जिससे जिससे कभी भी हादसा हो सकता है ।
मालूम हो कि किच्छा तहसील प्रशासन द्वारा कोतवाली और तहसील के बीचों-बीच एक दीवार बनवा वहां गेट लगवा दिया गया है। इस दीवार के बनने और गेट के लगने के बाद कुछ लोग अपने वाहन को कोतवाली परिसर में ही खड़ा कर दे रहे हैं। और यही उनके लिए आफत का सबब बन जा रहा है। क्योंकि कोतवाली पुलिस वाहन में सूजा घोंपने में देरी लगा रही है। ऐसे में लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस की इस कार्यवाही के बाद एक सवाल ये खड़ा हो रहा है कि कोतवाली परिसर में आने वाले वाहनों पर सूजा घोंपने वाली पुलिस शहर में बिगड़ी यातायात व्यवस्था पर कार्रवाई क्यों नहीं करती? और अगर कार्रवाई की भी जाती है तो उसका असर क्यों नहीं दिखता? क्योंकि शहर के मुख्य चौराहों, रेलवे स्टेशन पर टैम्पो व मैजिक चालक अपने वाहनों को आड़ा-तिरछा खड़ा कर सवारियों को भरते रोजाना देखे जा सकते हैं। बड़ा सवाल खड़ा होता है कि पुलिस इसे देख कर अनदेखा कर देती है।ओवरलोड गाड़ियों को रोकने में किच्छा पुलिस नाकाम क्योओ। ओवरलोड गाड़ियां इस कदर भर कर आती हैं जिससे जिससे कभी भी हादसा हो सकता है और यही सवाल पुलिस को कटघरे में खड़ा करता है।
आज सुबह कोतवाली पुलिस द्वारा कुछ वाहन में सूजा घोंपने से लोग नाराज़ हो गए। देवरिया निवासी चंदन पांडे और एसएसआई योगेश कुमार की इसको लेकर जमकर नोंकझोंक हुई। चंदन ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस को वाहन का चालान करना चाहिए था। पुलिस को गाड़ियों को पंचर करने का अधिकार नहीं है। ऐसा करना गलत है।