लखनऊ में एपल में अधिकारी विवेक तिवारी की हत्या के बाद देशभर में हुई किरकिरी के बाद भी लखनऊ पुलिस ने अब डकैती की वारदात को अंजाम देकर फिर खाकी को दागदार कर दिया।
जी हां पुलिस की टीम ने कोयला व्यापारी के घर में घुसकर 3.85 करोड़ में से एक करोड़ 85 लाख रुपया लूटने के बाद व्यापारी को भी फंसाने की साजिश रची। इस मामले में दो दारोगा के साथ दो सिपाहियों को गिरफ्तार किया गया है।
कल सुबह दारोगा पवन मिश्रा और आशीष तिवारी ने सिपाही प्रदीप तथा मुखबिर मधुकर समेत सात लोगों के साथ ओमेक्स रेजीडेंसी में कोयला व्यवसायी अंकित अग्रहरि के फ्लैट में करोड़ों की ब्लैकमनी के लिए छापामारी करने गए…फिर डकैती को अंजाम दिया। एसएसपी ने बताया कि दारोगा पवन, आशीष के अलावा मधुकर मिश्र व चार अज्ञात के खिलाफ डकैती समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
व्यापारी ने बताया कि उनके यहां 3.38 करोड़ रुपये थे, जिसमें से आरोपितों ने बेड और दीवान में रखे 1.85 करोड़ रुपये लूट लिए। मामला खुला तो इनकम टैक्स की टीम को बुलाकर बचे 1.53 करोड़ रुपये उनके हवाले कर दिए। पड़ताल में घटना से पर्दा उठा तो दोनों दारोगा, सिपाही और मुखबिर समेत सात लोगों के खिलाफ डकैती समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके बाद दोनों दारोगा के आवास से 36 लाख रुपये बरामद भी कर लिए गए। बाकी पैसा लेकर मधुकर मिश्रा और साथी फरार हैं। इसी क्रम में एसएसपी ने आरोपित दारोगा आशीष, पवन, सिपाही प्रदीप समेत तीनों को निलंबित कर उनकी गिरफ्तारी कर ली।