ऋषिके-देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में देह व्यापार कराने के आरोप में पुलिस ने लक्खीबाग देहरादून निवासी एक मां और उसके बेटे को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से आजादपुर दिल्ली निवासी दो युवतियों को भी मुक्त कराया है। यह कार्रवाई एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट विकासनगर की सूचना पर की गई।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण ङ्क्षसह कोश्यारी ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग की टीम के मुख्य उप निरीक्षक प्रदीप रावत को यह सूचना मिली कि मंजू नाम की एक महिला कुछ युवतियों को दिल्ली से लाकर ऋषिकेश, देहरादून और हरिद्वार में देह व्यापार करवा रही है। पता चला कि मंजू और उसका बेटा एक स्विफ्ट डिजायर कार से दो युवतियों को ऋषिकेश से देहरादून ले जाने वाले हैं। जिस पर पुलिस टीम ने बुधवार को देहरादून रोड नटराज चौक पर वाहनों की चेकिंग शुरू की।
अच्छी नौकरी दिलवाने के बहाने देहरादून अपने घर पर बुलाया
इस दौरान यह स्विफ्ट डिजायर कार आती दिखी, जिसे पुलिस ने रोक लिया। कार एक व्यक्ति चला रहा था। पिछली सीट पर दो युवतियां बैठी हुई थीं। पूछताछ में आजादपुर दिल्ली निवासी इन युवतियों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व हमारा संपर्क मंजू नामक इस महिला से हुआ। जिसने अच्छी नौकरी दिलवाने के बहाने देहरादून अपने घर पर बुलाया था। तब से मंजू हमें देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में ग्राहकों के पास भेजकर देह व्यापार करवा रही है। इस काम में उसके बेटे ऋषभ का भी पूरा हाथ है।
पति की मृत्यु के बाद वह इस धंधे में लग गई- मंजू
युवतियों ने बताया कि बुधवार को देहरादून जा रहे थे। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में मंजू ने बताया कि उसके पति की मृत्यु के बाद वह इस धंधे में लग गई। पुलिस ने मंजू पत्नी स्वर्गीय आदर्श कुमार और उसके पुत्र ऋषभ दोनों निवासी 315 रामनगर लक्खीबाग कोतवाली देहरादून को देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों सहित दोनों पीड़िताओं को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।