देहरादून : थाना प्रेमनगर पुलिस व एसओजी ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से थाना प्रेमनगर और थाना राजपुर में हुई चोरियों का लाखों का माल और 50 हजार की नकदी, दो खुखरी, एक चाकू आदि बरामद किए गए हैं।
आरोपित दिन में बंद घरों की रेकी करते थे और मौका मिलते ही रात या दिन को ही ताला तोड़कर चोरी करते थे। आरोपितों के खिलाफ दिल्ली में भी कई मुकदमे दर्ज हैं.
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रेमनगर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम बनाई गई। घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद प्रेमनगर क्षेत्र की सात मई और 12 मई को हुई चोरियों में दो संदिग्ध की पहचान हुई।
तलाश शुरू करने के बाद मुखबिर की सूचना पर तीन लोगों को सुभारती अस्पताल के पास नदी से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में इनकी पहचान राजेंद्र पुत्र विजय यादव निवासी जनता बाजार, राजपुरा सिवान बिहार हाल निवासी श्यामपुर बादली नई दिल्ली, मो. बाबुल पुत्र अब्दुल कलाम निवासी हरिदासपुर पश्चिम बंगाल हाल निवासी जहांगीरपुरी दिल्ली व सुशील पुत्र रामअचल निवासी अगरोहा थाना बदलापुर जौनपुर उत्तर प्रदेश हाल निवासी लिवासपुर चौक बादलीपुर दिल्ली के रूप में हुई।
पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि विगत सात मई को विंग नंबर तीन और 12 मई को प्रेमनगर विंग नंबर 12 के साथ ही पिछले साल राजपुर क्षेत्र के जाखन, दून विहार और राजपुर में हुई चोरियों की है। जिसके बाद उनकी निशानदेही पर लाखों के जेवरात और 50 हजार की नकदी बरामद की गई।
एसएसपी ने बताया कि आरोपित दिन के समय बाजारों व कॉलोनियों में घूमकर बंद घरों की रेकी करते थे। यह अपने साथ बैग लेकर घूमते थे, जिससे कि लोगों को लगे कि वह किसी से मिलने आ रहे हैं। इसके बाद मौका देखकर वह बंद घरों में सरिये की मदद से ताला तोड़कर अंदर चोरी करते थे।
आपको बता दें इनमें से मोहम्मद बाबुल के खिलाफ दिल्ली के भीकमपुर में एक मुकदमा, जबकि राजेंद्र कुमार के खिलाफ थाना बादली में तीन चोरी के मुकदमे दर्ज हैं। आरोपितों के तीन साथी जोगिंदर, बबलू और कमल माह अक्टूबर 2017 में जेल भेजे गए थे। जो अभी भी जेल में हैं।
बरामद माल
गले का एक हार, चार सोने की चेन, पांच अंगूठी, हाथ का कड़ा, दो मंगल सूत्र, पांच जोड़ी कान के झुमके, नाक की रिंग, छह पायजेब, चार बिछुवे, एक छल्ला, एक चांदी की क टोरी, कान के टॉप्स, एक पेडल नगजड़ी, दो नाक की लॉन्ग, नकद 50 हजार रुपये।