देहरादून: 16/17 जून 2013 की भीषण आपदा के बाद कोई इस बात के बारे में सोच भी नहीं सकता था कि भगवान केदारनाथ की केदारपुरी फिर से उसी रुप में नजर आ पाएगी। यह माना जा रहा था कि भयंकर तबाही ने जो केदारपुरी को घाव दिए हैं, उनको शायद ही कभी भरा जा सके। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण को अपना ड्रीम प्राजेक्ट बनाया और केदारपुरी को पहले अधिक भव्य और दिव्य बनाने का संकल्प लिया। पीएम मोदी के उस संकल्प को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अपना संकल्प बनाया और बहुत कम समय में केदारनाथ धाम को नया रूप देने में सफलता हासिल की। केदारपुरी को संवारने का काम अब भी चल रहा है।
पीएम मोदी ने केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण की बातों धरातल पर उतारा। उन्होंने केदारपुरी को संवारने के पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा और माॅनीटरिंग का जिम्मा भी अपने पास रखा। निर्माण शुरू होने से लेकर अब तक कई बार पीएम मोदी केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्यों की समीक्षा ऑनलाइन माध्यमों से कर चुके हैं। पीएम मोदी ने धाम में बनी गुफाओं में साधना कर चुके हैं। कार्यों के बारे में लगातार फीडबैक लेते रहते हैं।
भीषण आपदा के बाद दो साल तक यात्रियों की संख्या भी बहुत कम नजर आई, लेकिन पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ने जैसे-जैसे आकार लेना शुरू किया। तीर्थ यात्रियों का रुख भी केदारपुरी की ओर बढ़ता चला गया। उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने पीएम मोदी के संदेश और उनके सपने को पूरा करने में पूरी ताकत झोंक दी। सात वर्षों में केदारपुरी अब नए रूप में नजर आ रही है, यात्रा भी नए-नए कीर्तिमान गढ़ती जा रही है।
केदारपुरी तीर्थ पुरोहितों के लिए 210 भवनों का निर्माण कराया गया है। आपदा के बाद भीमबली से केदारनाथ तक 10 किलोमीटर नया यात्रा मार्ग बनाया गया। साथ ही छोटी लिनचोली लिनचोली और रुद्रा प्वांइट समेत कई छोटे बाजार विकसित किए गए हैं। केदारनाथ धाम में तीन और गुफाएं बनकर तैयार हो चुकी हैं। धाम में हेलीपैड के पास 50 फेब्रीकेटेड दुकानों का काम भी पूरा हो चुका है।