जी हां चुनावी जन संभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद को देश का चैकीदार बता रहे हैं तो देश के हर नागरिक को भी चैकीदार बता रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चौकीदार चोर कहकर क्या पुकारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर नागरिक को चौकीदार बना दिया जिससे आम जनता में ये संदेश जाए कि विपक्ष जिस शब्द को लेकर उन पर हमला कर रहा है देश की जनता उसी शब्द से कांग्रेस को जवाब देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर एकाउंट से इस मुहिम को शुरू किया और अपने ट्विटर अकाउंट पर नाम से पहले चौकीदार लिखा। जिसके बाद इस मुहिम में भाग लेते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ उत्तराखंड के कई कैबिनेट मंत्रियों, भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में अपने ट्वीटर अकाउंट के नाम से पहले चौकीदार लिखने की होड़ सी मच गई, लेकिन उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार में दो कैबिनेट मंत्री जो कांग्रेस से भाजपा में आए हैं वो चौकीदार बनने को तैयार नहीं हैं।
जी हां कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और सतपाल महाराज पीएम की उस मुहिम से अभी तक मनयोग के साथ जुड़े नहीं हैं जो जिस मुहिम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीटर अकाउंट से शुरू किया था। उत्तराखंड के बाकि मंत्रियों ने तो अपने ट्विटर एकाउंट पर नाम से पहले प्रदेश की जनता को ये संदेश दे दिया है जिन विभागों की जिम्मेदारी उनके पास है उन विभागों की वह चौकीदार की तरह रक्षा कर रहे हैं लेकिन कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और सतपाल महाराज अभी तक प्रदेश की जनता को ये संदेश नहीं दे पाए कि वह अपने विभागों के चौकीदार है। सवाल ये भी उठता है कि क्या दोनों मंत्रियों को इस मुहिम का पता नहीं है और अगर पता है तो फिर दोनों मंत्री चौकीदार क्यों नहीं बन रहे हैं।
सीएम नहीं दे पाए जवाब
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यूं तो अपने मंत्रियों के काम काज पर सीधी नजर रखते हैं लेकिन लगता है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने मंत्रियों के ट्वीटर अकाउंट पर नजर नहीं रखते हैं इसलिए अभी तक त्रिवेंद्र सिह रावत अपने दो मंत्रियों को चौकीदार नहीं बना पाएं।
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से जब ये सवाल पूछ गया कि आखिर क्या वजह है उनके दो मंत्री चौकीदार बनने को तैयार नहीं तो फिर सीएम से पहले तो जवाब नहीं दिया गया और फिर सीएम ने ये कहा कि यह बहुत छोटा सा सवाल है।
लेकिन सवाल मुख्यमंत्री पर भी उठता है कि जब मुख्यमंत्री को ये सवाल छोटा सा लगता है तो फिर पीएम से क्यों नहीं कह देते कि जनता पर इसका कोई असर नहीं पड़ने वाला जैसे उनके दो मंत्रियों पर इस मुहिम का असर नहीं पड़ रहा है। वह भी तब जब परेड ग्राउड़ की रैली में पीएम मोदी ने भीड़ से मैं भी चौकीदार हूं और हर तबका हर गांव में रहने वाला नागरिक चौकिदार के नारे लगवाए।