प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऑल वेदर रोड निर्माण में हरियाली पर जमकर आरी चल रही है। धौन से लेकर घाट तक करीब 52 किमी मार्ग पर 8124 पेड़ों पर आरी चलेगी। इसमें बांस, चीड़, कुकाट व देवदार के सर्वाधिक पेड़ हैं। इसमें करीब चार हजार पेड़ कट चुके हैं। पेड़ों के कटने से मार्ग पर पर्यावरण दूषित होने लगा है।
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑल वेदर रोड बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। जगह-जगह पेड़ों के कटान होने के साथ पहाड़ों की कटिंग शुरू हो गई है। हालांकि पहाड़ों की कटिंग से पूर्व पेड़ों की कटिंग का पूरा किया जाना था। इसके लिए वन विभाग ने धौन से गुमोद व बाराकोट से घाट तक विभिन्न प्रजातियों के 8124 पेड़ों के कटान के लिए छपान की कार्रवाई पूरी कर वन निगम को दे दी थी। वन निगम को जुलाई माह में कार्य शुरू करने के आदेश दे दिए गए थे। इसे तीन माह में पूरा कर देना था। इसके बाद पहाड़ों की कटिंग का कार्य शुरू किया जा सके लेकिन वन निगम की लापरवाही के चलते तीन माह बाद भी पेड़ों का कटान पूरा नहीं हो सका।
करीब चार हजार पेड़ों का हो चुका है कटान
बनलेख से मानेश्वर तक 5701 पेड़ों के कटान कर रहे निगम के आरएस धामी ने बताया कि बनलेख के कुछ भाग को छोड़कर धौन तक लगभग 2500 पेड़ों का कटान हो चुका है। नवम्बर के अंत तक कटाई खत्म हो जाएगी। इसके अलावा मानेश्वर से घाट तक 2423 पेड़ों का कटान कर रहे निगम के भुवन सिंह कुंवर ने बताया मानेश्वर से बाबलू तक लगभग 1300 पेड़ों का कटान हो चुका है। नवम्बर तक कटान का कार्य पूरा हो जाएगा।
धौन से गुमोद तक कटेंगे यह पेड़
बांस 1937, चीड़ 1485, कुकाट 1414
देवदार 1505, तुन 07, काफल 520
उतीस 377, बुरांस 36, पापुलर 281
तिमुल एक, सुरई 67, भिमल दो
पांगर 32, गम 10
बाराकोट से घाट तक कटेंगे यह पेड़
चीड़ 331, साल 131, बांझ 82
अरहड़ 2, काफल 24, पापुलर 5
ओक 3, तुन 2, सिरस 2, बकैन 6
फत्यार 4, सेमल 1, सादन 8, खैर 4
हल्दू 2, कुकाट 8, गिरी 2,जैकरंडा 7
चूरा 1, आम 6, कॉल 1, मेहल 3