देहरादून, संवाददाता- चुनावी घड़ी में घोषणा पत्र से पहले हरीश रावत के नौ संकल्पों का पत्र जनता के सामने आया है। माना जा रहा कि संकल्प पत्र के कलेवर से लेकर बात तक हर जगह पीके की रणनीति अपनी झलक दिखाने लगी है। साथ ही इस संकल्प पत्र ने यह भी तय कर दिया है कि अब हरीश रावत ने अपने आपको चुनाव मैनेजमैंट गुरू पीके(प्रशांत किशोर) के हवाले कर दिया है। आज से पहले राज्य में किसी भी चुनाव मे ऐसा नहीं हुआ कि मुख्यमंत्री ने पार्टी के घोषणा पत्र जारी होने से पहले अपना कोई अलग से लोकलुभावन वादों का संकल्प पत्र जारी किया हो, जिसमें जनता को छूने वाले मुद्दे तो हों ही मुख्यमंत्री के चेहरे के प्रति भी प्रतिबद्धता हो। हालांकि कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र अभी जारी नहीं किया है लेकिन संकल्प पत्र के जारी होने के बाद अब पार्टी जल्द ही इसे जारी करेगी। गौरतलब है कि पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय पहले कह चुके हैं कि कांग्रेस अपना घोषणा पत्र हर विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं के हिसाब से जारी करेगी। बहरहाल देखना ये है कि पीके की ये रणनीति कितनी कारगर होती है।