देहरादून। राज्य को बने हुए सोलह साल हो गए हैं। बावजूद इसके उत्तराखंड के लिए राजधानी का सवाल ऐसा यक्ष प्रश्न बन गया है जिसका जवाब सियासी दलों से देते नहीं बनता। जहां सूबे की पहली भाजपा की अंतरिम सरकार ने राजधानी चयन आयोग बनाकर राजधानी के मसले को उलझाया वहीं निर्वाचित कांग्रेस सरकार ने आयोग का कार्यकाल बढाकर और पेंचीदा कर दिया। हालांकि अब गैरसैँण में सत्र होने के बाद, गैरसैंण पर मचे सियासी हो हल्ले के बीच विधानसभा उपाध्यक्ष ने बयान दिया है।
विधानसभा अध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने कहा कि गैरसैंण राजधानी के स्वरुप में विकसित हो रहा है। उन्होंने मीडिया के समक्ष अपनी व्यक्तिगत राय रखते हुए कहा कि उनकी व्यक्तिगत राय है कि गैरसैंण राज्य की स्थाई राजधानी बने और देहरादून को शीतकालीन राजधानी बनाए जाय। पत्रकारों से मुखातिब विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि राजधानी के रुप में गैरसैंण को विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे है। वो मूलरुप से ढांचागत सुविधाएं बढ़ाने के लिए एक और कदम है। उन्होंने गैरसैंण में बन रहे विधानभवन संबंधित कुछ बिन्दुओं की भी जानकारी दी।