दिनेशपुर: दिनेशपुर अस्पताल इन दिनों खुद ही बीमार चल रहा है। अस्पताल की अव्यवस्थाओं के कारण लोग खासे परेशान हैं। लोगों ने सरकार से अस्पताल में व्यवस्थाओं में सुधार करने की गुहार लगाई है। लोग डाॅक्टर के व्यवहार से भी खारे परेशान हैं। लोगों को आरोप है कि डाॅक्टर सही ढंग से बात नहीं करते। आए दिन लोगों से अभद्रता करते रहते हैं।
दिनेशपुर में हजारों लोगों की स्वास्थ्य की देखभाल करने वाला दिनेशपुर प्राथमिक स्वास्थ्य एकमात्र चिकित्सक और फार्मासिस्ट के सहारे चल रहा है। मरीजों को बुनियादी सुविधाओं और आवश्यक दवाओं की बात तो दूर, चिकित्सक भी समय पर अस्पताल में नहीं बैठ रहे हैं। जिसके चलते गर्मी के इस मौसम में दूर दराज से आने वाले सैकड़ों मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आज सुबह करीब 3 दर्जन मरीज स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, लेकिन वहां पर पता चला कि चिकित्सक नहीं है। पर्ची बनाने वाले एक वार्ड ब्वॉय ने करीब 40 मरीजों को पर्ची बना कर बैठा दिया और बताया कि चिकित्सक अभी पहुंचने वाले हैं। लोग इंतजार करते रहे, लेकिन डाॅक्टर नहीं आया। बाद में पता चला कि डाॅक्टर अपनी जगह किसी महिला और फार्मासिस्ट को जिम्मेदारी सौंप कर खुद काम से कहीं चले गए हैं।
स्वास्थ्य केंद्र में पहले दो चिकित्सक हुआ करते थे, लेकिन एक चिकित्सक का तबादला होने के बाद अब यहां एक ही चिकित्सक तैनात है। उनके जाने के बाद अब तक किसी चिकित्सक की तैनाती यहां पर नहीं हुई। जबकि, मरीजों की संख्या में पहले से इजाफा हो गया है। हजारों मरीजों के स्वास्थ्य का जिम्मा एकमात्र चिकित्सक पर है। वो भी ज्यादातर समय अस्पताल में या तो देरी से आते हैं या आते ही नहीं हैं।