दिनेशपुर: लॉकडाउन के चलते अब गरीबों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। परिवार के लिए खाने की व्यवस्था करने के लिए अपनी जान की परवाह ना करते हुए दिनेशपुर के खटोला गांव के सैकड़ों लोग आक्रोश में आ गए और सड़क पर आकर जमकर हंगामा करने लगे। ये मजदूर सरकार से अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए राशन की मांग करते नजर आए। लोगों ने कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
उनका कहना था कि उनके पास पैसा नहीं है। चावल, सब्जी आटा सब समाप्त हो चुका है। घर में एक हफ्ते से चूल्हा तक नहीं जल रहा है। गांव में ज्यादातर गरीब एपीएल कार्ड वाले हैं, जिनको केवल 5 किलो चावल और गेहूं मिल रहा है। उसके लिए भी पैसे देने पड़ रहे हैं। लॉकडाउन के बाद काम-धंधा बंद होने के कारण पैसे भी नहीं हैं। अगर ऐसा ही हाल रहा तो भुखमरी के कारण मरना पड़ेगा। उनकी दिक्कतों को सुनने और उनका हाल जानने के लिए अब तक कोई प्रशासनिक अधिकारी भी नहीं आया। इससे मजबूर होकर घरों से बाहर आकर यह करना पड़ा।
दिनेशपुर के खटोला गांव में पिछले एक हफ्ते से अनाज या सब्जियां गांव में नहीं पहुंचाई गई। इस गांव से मात्र 2 किलोमीटर दूर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे का निवास है। लोगों ने आरोप लगाया की अरविंद पांडे क्षेत्र के हर गांव में घर-घर राशन बांट रहे हैं। लेकिन उनके गांव अब तक नहीं आये. इसको लेकर भी लोगों ने सवाल खड़े किये हैं कि अरविंद पांडे उनके गांव में राशन क्यों नहीं बंटवा रहे हैं।