देहरादून : अवैध खनन के आरोप में चार डंपर सीज करने पर मंगलवार को कुंडेश्वरी पुलिस चौकी में जमकर हंगामा हुआ। आचार संहिता लागू होने के बावजूद 150 से अधिक क्रशर स्वामियों और खनन कारोबारियों कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के चौकी पहुंचे और जमकर अभद्रता-गाली गलौच की. इस खबर को हमने प्रकाशित किया तो हमारे पाठकों की प्रतिक्रियाएं सामने आई जिसमें यूजर्स ने खनन कारोबारियों और उनको शह देने वाले कैबिनेट मंत्री को जमकर लताड़ा और कार्रवाही की मांग की.
खबर पर पाठकों की प्रतिक्रियाएं
इस मामले में प्रदेश की जनता का कहना है कि यही तो अच्छे दिन है जब एक चौकीदार थानेदार पर भारी पड़ा रहा है. एक यूजर ने लिखा कि नियम सरकार ख़ुद बनाती हैं और नेता लोग नियमों को मानते नहीं हैं. पांडे जी को खनन खोल देना चाहिए फिर जिसको जो करना है करे या सरकार को सटेलाइट से नदियों पर नज़र रखनी चाहिए ताकि कोई गुंडा नदी मैं खनन न कर सके
एक यूजर ने लिखा कि-इन मंत्रियों को ही पुलिस स्टेशन में बैठा देना चाहिए पुलिस का क्या काम अब.
एक यूजर ने लिखा कि- धिक्कार है हमे हमारे माननीय मोदी जी के चौकीदार पे ऐसे चौकीदार का क्या फायदा जो खुद ही खनन माफिया के नाम से प्रसिद्ध हो.
एक यूजर ने लिखा कि- सारी सिक्योरिटी हटो दों इन पर से फिर देखना क्या होता है.
एक पाठक ने लिखा कि- जो भी हो इन पर कार्रवाही होनी चाहिए ये सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.
आपको बता दें मंगलवार स्तिथि इतनी बिगड़ गई थी कि चौकी प्रभारी को बाथरूम में छुपकर अपनी जान बचानी पड़ी. जो वर्दी खुद मंत्रियों की रक्षा में तैनात रहती है उनके आगे पीछे घूमती है ताकि उनकी सुरक्षा हो सके उनके सामने वर्दी पर हाथ उठया गया गाली गलौच की गई.
आपको बता दें देर शाम चौकी इंचार्ज की तहरीर पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय समेत 20 लोगों के खिलाफ नामजद, जबकि 100-125 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने इनमें से चार नामजद आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। कोतवाल चंचल शर्मा ने बताया कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं।
दीपिका रावत