देहरादून- उत्तराखण्ड प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने उत्तराखण्ड राज्य में भारी पेयजल संकट पर चिन्ता प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पत्र लिखकर पेयजल संकट से निपटने के लिए शीघ्र प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।
राज्य में भंयकर सूखे की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है- प्रीतम
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि समूचे राज्य में भंयकर सूखे की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है, पेयजल के संकट से सम्पूर्ण प्रदेश की जनता जूझ रही है। राज्य के लगभग 50 प्रतिषत पेयजल श्रोत अप्रैल माह से ही सूख चुके हैं औऱ आने वाले समय में सूखा पहले की अपेक्षा और अधिक कश्टदायक होने जा रहा है। सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य में समय से वर्शा न होने के कारण पेयजल का गम्भीर संकट उत्पन्न हो गया है। गर्मी अपने चरम पर है तथा नदियों का जल स्तर निर्धारित मात्रा से निचले स्तर पर आ गया है, फलस्वरूप पहाड़ की वर्षा आधारित व मैदान की सिंचाई आधारित दोनों जगह की फसलें सूख गई हैं।
राज्य का किसान परेशान है लेकिन सरकार ने नहीं उठाया कारगार कदम
राज्य का किसान परेशान है लेकिन राज्य सरकार द्वारा सूखे से निपटने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। राज्य के सभी असिंचित खेती वाले क्षेत्रों में खरीफ की फसल की संभावना नश्ट हो गई है। सब्जी व फल उत्पादन बुरी तरीके से प्रभावित होने के साथ ही पशुओं के चारे की समस्या भी गंभीर होने जा रही है। लगातार सूखे की मार झेल रहे किसानों की आर्थिक स्थिति पूर्णतः बदतर हो गई है, कृशि कार्य के लिए, लिये गये ऋणों की अदायगी उनके कश्टों को और बढ़ा रही है।
प्रीतम सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति के कारण राज्य में घोर पेयजल संकट पैदा हो गया है तथा राज्य की जनता को विगत तीन माह से पेयजल की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार के स्तर पर राज्यवासियों के सम्मुख खड़े पेयजल संकट का आंकलन कर तद्नुरूप शीघ्र कार्यवाही प्रारम्भ की जानी चाहिए तथा पेयजल संकट से निपटने लिए यथाशीघ्र समुचित कदम उठाये जाने चाहिए ताकि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्ति को पेयजल संकट से निजात मिल सके। उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेष में पेयजल संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर यथाषीघ्र आवष्यक कदम उठाने की मांग की है।