पौड़ी गढ़वाल : कहते हैं मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। जी हां ऐसा ही ऊंची उड़ान का सपना देखा था पौड़ी जिले के सांपला (देलचौरी) गांव के निवासी अभिषेक भट्ट ने जो आज आईएमए से पास आउट होकर सेना में अफसर बने।इससे उनके गांव सहित पूरे क्षेत्र और घर में खुशी का माहौल है।
लंबाई कम होने की वजह से….
बता दें कि अभिषेक की फाइटर प्लान उड़ाने की इच्छा थी। अभिषेक के पिता विजेंद्र भट्ट ने बताया कि बचपन से ही अभिषेक को फाइटल प्लान उड़ाने का शोक था। वो बचपन से ही प्लेन को उड़ता देखता और उत्सुक होता। जिसको देखते हुए अभिषेक ने वायु सेना में जाने की ठानी। वो एसएसबी में वह सफल रहा लेकिन लंबाई कम होने की वजह से उसे थल या नौसेना के विकल्प दिया गया। जिसमें अभिषेक ने थल सेना चुनी।
पिता सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत और माता प्रधानाचार्या
जानकारी मिली है कि अभिषेक के पिता वर्तमान में पौड़ी के समीप चंदोलाराई में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। जबकि माता परमेश्वरी शारदा बाल एकेडमी, आंचल डेरी श्रीनगर में प्रधानाचार्या के पद पर कार्यरत हैं। अभिषेक की बड़ी बहन अभिलाषा मेडिकल कालेज श्रीनगर में एमबीबीएस फाइनल वर्ष की छात्रा है।
अभिषेक की 5वी तक की पढ़ाई सेंट थेरेसास कॉन्वेंट स्कूल श्रीनगर से की तो वहीं साल 2009 में सैनिक स्कूल घोडाखाल नैनीताल में उसे छठवीं में दाखिला मिला। साल 2016 में इंटरमीडिएट पास करते ही एनडीए में अभिषेक का चयन हुआ और एक साल के कठिन परिश्रम के बाद कंधे पर सितारे सजे और वो लेफ्टिनेंट बने जिससे परिवार समेत पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।