पौड़ी जिले के बीरोंखाल क्षेत्र के देवकुंडई गाँव के लोगों को बीते दिन 27 दिसंबर को आखिरकार आदमखोर गुलदार से आजादी मिल गई. जी हां बता दें कि आतंक का पर्याय बना गुलदार मारा गया। बता दें कि इसी गुलदार ने इसी गांव के 6 साल के बच्चे अनिकेत को निवाला बनाया था जो की घर का इकलौता चिराग था।
गुलदार की उम्र बताई जा रही 8 साल
मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की पोखड़ा रेंज की वन विभाग की टीम ने आदमखोर गुलदार का खात्मा किया। जानकारी मिली है कि गुलदार की उम्र 8 साल है। क्षेत्र में आदमखोर गुलदार की दहशत फैल गयी थी जिसके बाद वन विभाग ने घटनास्थल पर गस्त बढ़ाते हुए शिकारी दल को तैनात कर दिया था काफी प्रयासो के बाद गुलदार को ट्रैक करने के बाद आखिरकार गुलदार को ढेर कर दिया गया, वन क्षेत्राधिकारी ने बताया की गुलदार की पुष्टि नरभक्षी गुलदार के तौर पर हुई है जिसकी उम्र 8 वर्ष बताई जा रही है।
8 दिसंबर को घर के इकलौते चिराग को बनाया था निवाला
आपको बता दें कि इसी आदमखोर गुलदार ने बीते 8 दिसम्बर को पौड़ी गढ़वाल के बीरोंखाल ब्लॉक के देवकुंडई गांव में अपनी माँ के साथ घर के पास की गौशाला में गए 6 साल के मासूम अनिकेत को निवाला बनाया था। अनिकेत अपने घर का इकलौता चिराग था जो कि लहूलुहान हालत में मिला। गुलदार के आतंक से गांव में दहशत फैल गई थी लोग डर के कारण घर से बाहर निकलने में कतरा रहे थे.
बता दें कि इसी गांव में इससे पहले एक बहादुर बेटी ने अपने छोटे भाई को गुलदार से बचाया था.