बीएसएनएल औऱ देश की जानमानी कंपनियों के कर्मचारियों की नौकरी पर जहां खतरा मंडराया उसकी के साथ अब एक कंपनी और जु़ड़ने जा रही है. जी हां देश के जाने माने बिस्कुट पारले जी के 10 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंदी चलते कंपनी करीब 10000 कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। कंपनी के एक अधिकारी ने बुधवार बताया कि ग्रामीण इलाकों में पारले जी बिस्किट की डिमांड घटी है जिससे उत्पादन में भी कमी आई है। पारले जी की आधी से ज्यादा आमदनी भारत के ग्रामीण इलाकों से होती हैं। यहां देश के सबसे ज्यादा गरीब लोग निवास करते हैं. कंपनियों को उम्मीद जताई है कि भारत सरकार इस मंदी से निपटने के लिए कुछ कदम उठाएगी।
कंपनी के कैटेगरी हेड मयंक शाह ने टेलीफोनिक इंटरव्यू में कहा कि पारले जी कंपनी की सेल में भारी गिरावट का मतलब कंपनी को अब उत्पादन भी घटाना होगा जिसके परिणाम स्वरूप 8000-10000 लोगों की कटौती की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हालात इतना ज्यादा खराब हो चुके हैं कि यदि सरकार इस मसले पर फौरन दखल नहीं देती तो इतने लोगों को तुरंत कंपनी निकाल सकती है।
पारले जी की स्थापना 1929 में हुई थी
भारत में पारले जी की स्थापना 1929 में हुई थी जिसमें देशभर में करीब एक लाख कर्मचारी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कार्यरत हैं। शाह ने बताया कि जब से जीएसटी प्रभाव में आया तब से बिस्किट के दाम काफी ज्यादा बढ़ गए हैं।