देहरादून : प्रकाश पर्व दीपावली के नजदीक आते ही वन विभाग सतर्क हो गया है. पूरे प्रदेश में वन विभाग ने उल्लूओं को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. दीपावली त्योहार के समय उल्लुओं की जान खतरे में आ जाती है. धन की देवी को प्रसन्न करने के लिए और तांत्रिक सिद्धियां हासिल करने के लिए उल्लू की बलि दी जाती है।
उल्लू का पैर धनस्थान अथवा तिजोरी में रखने से आती है समृद्धि
दीपावली में लोग धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, लेकिन इसी पर्व पर मां लक्ष्मी के वाहन उल्लू की जान पर भी बन आती है. अंधविश्वास है कि दीपावली की रात तंत्र-मंत्र और यंत्र साधनाओं के लिए विशेष फलदायी होती है. यही मान्यता इस निरीह जीव पर भारी पड़ जाती है. मान्यता है कि उल्लू का पैर धनस्थान अथवा तिजोरी में रखने से समृद्धि आती है. वहीं आंखें सम्मोहित करने में सक्षम होती हैं. चोंच इंसान के लिए मारन क्रिया में काम आती है. इसी वजह से दीपावली के आसपास उल्लूओं की तस्करी चरम पर पहुंच जाती है. वन विभाग के लिए यही परेशानी का सबब बन गया है. पहले ही सीबीआई जांच से लेकर हाथी दांत तस्करी का दाग लेकर घूम रहा वन विभाग अब उल्लुओं के मामलों में कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता है।
वहीं डीएफओ राजीव धीमान का कहना है की वन वभाग ने दिवाली के त्यौहार को देखते हुए उल्लूओं को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है साथ ही सभी जगह वन विभाग द्वारा चेकिंग अभियान भी चलाया जा रहा है। वहीं इसकी तस्करी में पकड़े जाने पर 3 वर्ष या उससे अधिक समय तक के लिए जेल भेजे जाने का कानून हैं।