देहरादून- राज्य के सरकारी स्कूलों में तैनात 4366 अतिथि शिक्षकों की सेवाएं आज समाप्त हो गई औऱ साथ ही करीब एक हजार शिक्षक आज ही के दिन रिटायर हो गए हैं. जिससे शिक्षा विभाग के सामने मुश्किलें खड़ी हो गई है.
आपको बता दें बीते साल जुलाई 2017 में हाईकोर्ट ने अतिथि शिक्षक व्यवस्था को 31 मार्च तक ही बहाल रखने की रियायत दी थी। अतिथि शिक्षकों के हटने और शिक्षकों के रिटायर होने से आज से ही शिक्षा विभाग में पांच हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली हो गए हैं। इनमें अधिकांश स्कूल राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के दुर्गम श्रेणी के हैं।शिक्षकों की कमी से निपटने के लिए सरकार की निगाहें अब हाईकोर्ट पर ही लगी हैं।
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की कमी का हवाला देते हुए हाईकोर्ट में मोडिफिकेशन अप्लीकेशन दाखिल की हुई है। इसमें विभाग ने 31 मार्च 2019 तक अतिथि शिक्षक व्यवस्था को कायम रखने की छूट मांगी है। अप्रैल के पहले हफ्ते में इस पर सुनवाई की उम्मीद है।
अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त होने से शिक्षा विभाग के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। दो अप्रैल से नए शैक्षिक सत्र शुरू होने जा रहा है। पहले ही दिन सरकारी स्कूलों में पांच हजार शिक्षक नहीं होंगे। अतिथि शिक्षक व्यवस्था के तहत राज्य के सरकारी स्कूलों में 2683 प्रवक्ता और 1683 एलटी कैडर में अतिथि शिक्षक नियुक्त किए गए थे। पिछले साल जुलाई में हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग को स्थायी भर्तियां करने के आदेश देते हुए अतिथि शिक्षक व्यवस्था को केवल 31 मार्च 2018 तक ही रखने को कहा था।