मंजिलें उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखो से कुछ नहीं होता हौसलों से उडान होती है…जी हां ये लाइनें हरियाणा के एक युवक पर एक दम सटीक बैठती हैं. 35 बार परीक्षा में असफल होने के बाद जिसे लोगों ने कहा बस अब रहने दे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, अपने हौंसले बुलंद रखे और आज आइपीएस अफसर बने.
35 से ज्यादा कॉम्पिटिटिव परीक्षा में हुए थे फेल
जी हां आज हम बात कर रहे हैं हरियाणा के सिरसा के निवासी विजय की. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वो UPSC की परीक्षा से पहले 35 से ज्यादा कॉम्पिटिटिव परीक्षा में फेल हो चुके थे. वहीं 2019 से पहले विजय 4 बार सिविल सर्विसेज परीक्षा के भी दे चुके थे. जिसके बाद उनके करीबियों ने उन्हें अब परीक्षा न देने की सलाह दी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिर परक्षी देकर सफलता पाई. चार बार असफल होने के बाद विजय पांचवें अटेम्प्ट में पास हुए तो सब चौंक गए.
UPSC 2019 में विजय ने 104वीं रैंक पाई
आपको बता दें UPSC 2019 में विजय ने 104वीं रैंक पाई और वो आईपीएस अधिकारी बनने जा रहे हैं. कई कठिनाइयों और असफलता हाथ लगने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने मेहनत के बल पर आज वो आइपीएस अधिकारी बनने जा रहे हैं.
कभी परीक्षा में पास हुुए तो मेन में हुए फेल
विजय के मुताबिक वह साल 2013 में इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग के बाद दिल्ली सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए दिल्ली आए थे. उन्होंने बताया कि साल 2014 में उन्होंने आईएएस की प्रारंभिक परीक्षा के बाद मेन की परीक्षा दी. लेकिन फेल हो गए. इसके बाद 2015 में भ मेन में फेल हो गए. साल 2016 में विजय ने किसी तरह मेन्स की परीक्षा निकाल दी लेकिन फिर छह नंबर से बाहर हो गए. साल 2017 में भी इंटरव्यू में बाहर हो गए. इसी तरह वो राजस्थान सिविल सर्विस, हरियाणा सिविल सर्विस, यूपी सिविल सर्विस, एसससी सीजीएल में भी कई बार फेल चुके हैं.
कई बार मुझे इस बेबसी पर हंसी भी आती थी कि ये मेरे साथ क्यों होता है-विजय
विजय कहते हैं कि मैं काफी कम अंतर से पास होने से रह जाता था. मेन पास होने के बाद कभी मेडिकल तो कभी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन तक में मेरा सेलेक्शन रुका है. कई बार मुझे इस बेबसी पर हंसी भी आती थी कि ये मेरे साथ क्यों होता है. लेकिन आज मुझे ये मंत्र समझ में आ चुका है कि बार-बार प्रयास करने वाले कभी न कभी जरूर सफल होते हैं.